-मकान के छज्जे को बनाने के विवाद में पिछले कई दिनों से काट रहा था प्रशासन और पुलिस के चक्कर
कानपुर। प्रदेश की योगी सरकार भले ही सुशासन और बेहतर कानून व्यवस्था की बातें कते, लेकिन अधिकारियों की कार्यशैली के आगे सरकार की नीतियां व दलीलें बौनी साबित हो रही हैं। कानपुर देहात के भोगनीपुर तहसील का दुधनियापुर अचानक से चर्चा का विषय बन गया। इस गांव में एक शख्स खुद की कब्र खोदकर अपने आप को जिंदा दफन करने पर अमादा था। जिसे देखकर पूरा गांव हैरत में था। दरअसल, दुधनियापुर गांव निवासी इसरारुल हसन सरकारी लापरवाही से परेशान होकर खुद को जिंदा दफन करना चाहते थे। पूछने पर पता चला कि पुलिस और प्रशासन की लापरवाही के चलते यह शख्स इतना टूट चुका था कि इसने अपने आप को जिंदा जमीन में दफन करने का फैसला कर लिया। इस अजीब फैसले से गांव में मजमा लग गया। देखते ही देखते कब्रिस्तान के बाहर लोगों की भीड़ इकठ्ठा हो गई।
इसरारुल हसन का अपने पड़ोसी से विवाद चल रहा है। जिसे लेकर वह पिछले कई दिनों से शासन-प्रशासन और पुलिस के चक्कर काट रहा था। दरअसल एक मकान के छज्जे को बनाने को लेकर दोनों ही पक्ष में विवाद हो गया। दूसरा पक्ष ज्यादा मजबूत होने के चलते निर्माण कार्य को नहीं रोक रहा था। वहीं इसरारुल लगातार भोगनीपुर एसडीएम और नजदीकी देवराहट थाने में गुहार लगा रहा था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद उसने खुद को दफन करने का फैसला कर लिया। हालांकि इस मामले की जानकारी मिलते ही आला अधिकारियों का अमला और पुलिस अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंच गई और इसरारुल को जमीन में समाधि लेने से रोक लिया। पीड़ित के साथ-साथ प्रशासन और पुलिस ने विपक्ष के लोगों को भी थाने में बुला लिया। पूरे मामले में पुलिस ने दोषी पक्ष के साथ-साथ पीड़ित पक्ष पर भी मुकदमा लिख दिया और दोनों ही पार्टी को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया।