परिवार समेत लंदन में सेटल हुईं राम रहीम की दोनों बेटियां अमरप्रीत, चरणप्रीत और बेटा जसमीत

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चंडीगढ़ । रेप और हत्या मामले में हरियाणा की सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम का अपने परिवार से वास्ता लगभग खत्म हो गया है। वहीं उसकी मुंहबोली बेटी हनीप्रीत सर्वे-सर्वा बनती जा रही है। राम रहीम की फैमिली आईडी में पत्नी और मां का जिक्र नहीं है, लेकिन हनीप्रीत का नाम अंकित है। राम रहीम ने हनीप्रीत को अपनी आईडी में मुख्य शिष्या और धर्म बेटी बताया है।
बताया जाता है कि यह आईडी राम रहीम के यूपी के बागपत आश्रम में रहने के दौरान बनाई गई थी। राम रहीम ने अपने पिता और माता के नाम वाले कॉलम में शिष्य और गद्दीनशीन शाह सतनाम सिंह महाराज अंकित करवाया है जबकि हनीप्रीत के पिता और माता के नाम वाले कॉलम में मुख्य शिष्य और धर्म की बेटी संत गुरमीत राम रहीम सिंह इंसा दर्ज करवाया है।
आईडी में राम रहीम ने अपनी उम्र 54 और हनीप्रीत की 41 साल बताई है। हनीप्रीत का असली नाम प्रियंका तनेजा है और वह हरियाणा के फतेहाबाद की रहने वाली है। उसकी शादी डेरा अनुयायी विश्वास गुप्ता के साथ हुई थी, लेकिन विवादों के बाद विश्वास ने हनीप्रीत से तलाक ले लिया था। पैरोल के दौरान बागपत आश्रम में रहते हुए राम रहीम ने अपना आधार कार्ड भी अपडेट करवाया था। इसमें अपने पिता के नाम के आगे शिष्य व गद्दीनशीन शाह सतनाम जी महाराज अंकित करवाया।
गौरतलब है कि राम रहीम को 25 अगस्त 2017 को साध्वी यौन शोष मामले में दोषी करार दिया गया और 28 अगस्त 2017 को बीस साल की सजा दी गई थी। उसे पत्रकार छत्रपति और रणजीत हत्याकांड में भी सजा हो चुकी है। इसी साल पंजाब चुनाव से पहले उसे 7 फरवरी को 21 दिन की फरलो मिली थी। इस दौरान डेरा सच्चा सौदा में बदलाव की स्क्रिप्ट लिखी गई थी। इसके बाद 27 जून को राम रहीम को 30 दिन की पैरोल मिली थी और वह यूपी के बागपत आश्रम में रुका था। इस दौरान उसके साथ हनीप्रीत भी थी। डेरा प्रमुख के जेल जाने के बाद डेरा सच्चा सौदा की गद्दी को लेकर परिवार और राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत के बीच जंग चली। इसी जंग के चलते राम रहीम का परिवार लंदन में बस गया है, जबकि मुख्यालय में उसकी मां नसीब कौर और पत्नी हरजीत सिंह रह गई हैं। राम रहीम की दोनों बेटियां अमरप्रीत, चरणप्रीत कौर और बेटा जसमीत परिवार समेत लंदन जाकर बस गए हैं।
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख ने जेल से ही अपने अनुयायियों को भेजी नौंवी चिट्ठी में पहली बार परिवार और हनीप्रीत का जिक्र किया था। इसमें कहा गया था कि उसका परिवार उसकी आज्ञा से अब विदेश में सेटल होने जा रहा है। इसमें बताया या था कि विपासना इंसा की जगह पीआर नैन को नया चेयरपर्सन बनाया जाता है। चिट्ठी में डेरा मैनेजमेंट में भी कुछ बदलाव की बात कही गई थी। हनीप्रीत के समर्थकों को नई जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

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