हल्द्वानी। अपनी पत्नी व सात माह की बेटी को छोड़कर जाने वाले युवक की 30 साल बाद गुमनाम मौत हो गई। पिता की मौत के बाद मां के साथ बेटी मोर्चरी पहुंची और फूट-फूट कर रोए। बेटी व पत्नी का यह प्यार देखकर सभी रो पडे।
थाना मुक्तेश्वर निवासी 56 वर्षीय व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। काठगोदाम, गौलापार में दुकान पर श्रमिक का काम करने वाले दीवान ने जहरीला पदार्थ निगल लिया था। जिसके बाद उसे सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के बाद तबीयत में सुधार आया। सोमवार को उसकी मौत हो गई। इसकी जानकारी गांव में रहने वाली पत्नी व 30 वर्षीय शादीशुदा बेटी को दी गई।
बेटी ने बताया कि उसके पिता ने मां-बेटी को छोड़ दिया था। मात्र सात माह की उम्र में ही बेटी पिता के प्यार को तरस गई। मां ने कठिन परिस्थितियों से गुजर कर बेटी को बड़ा किया और शादी की। लेकिन पिता ने वापस कभी मां व बेटी की सुध लेने की जरूरत नहीं समझी। पिता ने जानकारी के बाद भी कभी मिलने का प्रयास नहीं किया। लेकिन मजदूरी कर रहे पिता की मौत से मां व बेटी टूट गए। मामले की जानकारी मिलते ही वह भागकर हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज पहुंचे।
बेटी ने बताया उसने जीवन में पहली बार पिता का चेहरा देखने के लिए मोर्चरी पहुंची । जिसके बाद मेडिकल कॉलेज मोर्चरी कर्मचारी उसे मुर्दाघर स्थित फ्रीजर वाले कमरे में ले गए। जहां कफन हटाकर पिता का चेहरा दिखाया। कफन हटते ही बेटी और मां फफक कर रोने लगे।