हरिद्वार। पचास लाख की फिरौती मामले का खुलासा करते हुए पुलिस और सीआईयू की संयुक्त टीम ने दो बाइकों पर सवार चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से पुलिस ने चार मोबाइल, दो 315 बोर के तमंचे व जिंदा कारतूस, एक 12 बोर का तमंचा व जिंदा कारतूस और दो बाइके बरामद किया है। आरोपियों ने साऊदी अरब में रहने वाले अपने साथी की मदद से धमकी देकर फिरौती की डिमांड मांगने की बात को कबूली है। आरोपियों पर बहादराबाद और रानीपुर में पांच मुकदमें दर्ज है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने साऊदी अरब केे आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिये है। मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। घटना का खुलासा एसएसपी एवं डीआईजी डॉ. योगेन्द सिंह रावत ने रोशनाबाद स्थित पुलिस कार्यालय सभागार में पत्रकार वार्ता के दौरान किया। उन्होंने बताया कि सुरेन्द्र सिंह पुत्र स्व- अजीत सिंह निवासी ग्राम अहमदपुर ग्रन्ट थाना बहादराबाद ने 25 नवम्बर 21 में बहादराबाद थाने में तहरीर देकर शिकायत की थी कि अज्ञात बदमाशों द्वारा उसको अलग-अलग नम्बरों से पचास लाख की मांग कर रहे है और ना देने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी। बदमाशों तक पहुंचने के लिए अधिकारियों के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। जिसमें सीआईयू हरिद्वार को भी शामिल किया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने जिन मोबाइल नम्बरों से पीडिता को धमकी भरे कॉल कर फिरौती मांगी जा रही थी। उन नम्बरों की जांच सीआईयू द्वारा की गयी तो मालूम हुआ कि यह नम्बर को वर्चुअल नम्बर है। सीआईयू ने उन नम्बरों को खंगाला गया तो सामने आया कि जिस नम्बर से पीड़ित को धमकी दी जा रही हैं वह इंटरनेशनल कॉल है। बदमाश जिस नम्बर की कम्पनी के नम्बर का इस्तेमाल धमकी भरे कॉल में कर रहे थे, वह कम्पनी भारत में प्रतिबंधित है। जिस कारण इन्टरनेशल कॉलर की जानकारी नहीं मिल पा रही थी। सीआईयू द्वारा इन्टरनेशल कालों की गहनता से जानकारी जुटाते हुए उक्त नम्बर को सर्विलान्स पर लगाया गया। जिसमें सीआईयू को सफलता हाथ लगी और स्थानीय बदमाशों को दबोचने के लिए अलग-अलग टीमें गठित की गयी। एसएसपी ने बताया कि बुधवार को पुलिस और सीआईयू की संयुक्त टीम ने सर्विलांस के आधार पर बहादराबाद क्षेत्र से दो बाइकों पर सवार चार बदमाशों को दबोच लिया। जिनके पास से टीम ने दो 315 बोर के तमंचे व जिंदा कारतूस, एक 12 बोर का तमंचा व जिंदा कारतूस, चार मोबाइल और दो बाइके बरामद की है। उन्होंने बताया कि टीम बदमाशों को लेकर थाने पहुंची। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना नाम मजीत पुत्र राजेन्द्र निवासी ग्राम सहदेवपुर थाना पथरी जिला हरिद्वार, परीक्षित ऊर्फ प्रिंस पुत्र रामपाल शर्मा निवासी ग्राम सहदेवपुर थाना पथरी जिला हरिद्वार, विनीत पुत्र पवन कुमार निवासी ग्राम भारीटा थाना दौराला मेरठ यूपी हाल पता दक्ष इन्कलेव कालोनी सराय रोड कोतवाली ज्वालापुर हरिद्वार और शेरखान पुत्र इमरान निवासी सरकंडी थाना गंगनहर जिला हरिद्वार बताते हुए खुलासा किया कि उन्होंने ही शेरखान के भाई मुनीर आलम निवासी निवासी सरकडी थाना गंगनहर जिला हरिद्वार हाल पता रियाद सउदी अरब की मदद से सुरेन्द्र चैधरी को धमकी कॉल कर पचास लाख की डिमांड की थी। बदमाशों ने इस बात का भी खुलासा किया सुरेन्द्र चैधरी को डराने के लिए 25 दिसम्बर की रात को उसके घर के बाहर फॉयर किया था। पुलिस ने फरार मुनीर आलम समेत दबोचे गये आरोपियों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों को मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। जबकि फरार की गिरफ्रतारी के प्रयास किये जा रहे है। एसएसपी ने खुलासा करने वाली टीम को पांच हजार का ईनाम देने की घोषणा की है। प्रेसवार्ता के दौरान एसपी सिटी स्वंतत्र कुमार, एसपी क्राइम मनोज कत्याल, सहायक पुलिस अधीक्षक एवं क्षेत्रधिकारी ज्वालापुर सुश्री रेखा यादव और पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन हरिद्वार सुश्री निहारिका सेमवाल मौजूद रहे।