नई दिल्ली। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में प्रिंसिपल नहीं हैं। ऐसे दो या चार नहीं, बल्कि कुल 796 स्कूल हैं। जी हां३सरकार ने दिल्ली सरकारी स्कूलों में प्रिंसिपल के कुल 950 पद स्वीकृत कर रखे हैं। लेकिन इन स्कूल प्रिंसिपल के 950 में से 796 पद खाली पड़े हैं। यानी करीब 84 फीसदी पदों पर प्राचार्यों की नियुक्ति ही नहीं हुई है। ये स्कूल बिना प्रिंसिपल के ही चल रहे हैं। अब प्रिंसिपल से आगे बढ़ें, तो दिल्ली के इन स्कूलों में वाइस प्रिंसिपल और टीजीटी, पीजीटी टीचर की भी भारी कमी है। सवाल है कि दिल्ली में स्कूल प्रिंसिपल की इतनी बड़ी वैकेंसी होने के बावजूद भर्ती क्यों नहीं की जा रही है की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली सरकार के एक सूत्र ने बताया कि यूपीएससी एग्जाम के जरिए होना है। प्रिंसिपल से लेकर, वाइस प्रिंसिपल, टीचर, टीजीटी, पीजीटी३ कहां कितने पद खाली पड़े हैं? ये आंकड़े शिक्षा निदेशालय के अनुसार दिए गए हैं- इसके अनुसार दिल्ली सरकारी स्कूलों में वाइस प्रिंसिपल यानी उप प्रधानाचार्य के 34 फीसदी, शिक्षकों के 33 फीसदी, टीजीटी टीचर्स के 40 फीसदी और पीजीटी के 22 फीसदी पद खाली हैं।