हरिद्वार। कोतवाली नगर पुलिस ने धोखाधड़ी मामले में दो सालो से फरार चल रहे दस हजार के इनामी को गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम इनामी को गिरफ्तार कर हरिद्वार लेकर पहुंची। जिसको पुलिस ने दर्ज मुकदमें में निरूद्ध करते हुए मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। आरोपी कार स्वामी को हरिद्वार से सवारी लाने का झांसा देकर फरवरी 2021 में हरिद्वार लाया था। कार स्वामी को बस अड्डे पर खाने के होटल में छोड़ कर कार लेकर फरार हो गया था। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तभी से तलाश मे जुटी थी। कोतवाली नगर प्रभारी निरीक्षक भावना कैंथोला ने बताया कि सोहन सिंह पुत्र संतोख सिंह निवासी डीडीए फ्रलैट मं. नं. 139 खिड़की विलेज मालवीय नगर दिल्ली ने 04 फरवरी 2021 को तहरीर देकर शिकायत की थी। पीड़ित ने तहरीर में लिखा था कि उसके घर पर अशोक नाम का व्यक्ति पहुंचा। जिसने कहा कि उसको हरिद्वार से सवारी लानी है। जिसके एवज में कार का किराया 6 हजार रूपये तय हुआ। जिसके बाद अशोक के साथ वह मालवीय नगर दिल्ली से अपनी स्विफ्ट कार से हरिद्वार के लिए रवाना हो गये। जिन्होंने बस अड्डे पर पहुंचकर खाना खाया, लेकिन अशोक ने जल्द खाना खा लिया और मेज पर रखी कार की चांबी लेकर बाहर निकल आया। जब उसने खाना खाकर अशोक को देखने के लिए बाहर आया तो पता चला कि अशोक कार समेत गायब है। जिसकी काफी तलाश की मगर कोई सुराग नहीं लग सका। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने बस अड्डे के आसपास सीसीटीवी कैमरों को खंगालते हुए तलाश शुरू कर दी। पुलिस को कार उड़ाने वाले आरोपी की सही जानकारी ना होने पर कार के आधार आरोपी तक पहुंचने में पुलिस जुटी रही, लेकिन पुलिस को आरोपी की ना तो शिनाख्त हो पायी और ना ही कार को कोई सुराग लग सका। पुलिस आरोपी की तलाश में कई राज्यों में छापेमारी करते हुए तलाश करती रही, इसी दौरान धीरे-धीरे साल दर साल दो साल बीत गये। इसी दौरान एसएसपी द्वारा धोखाधड़ी के आरोपी की गिरफ्तारी पर दस हजार का इनाम घोषित किया गया। पुलिस ने आरोपी तक पहुंचने के लिए मुखबिरों की भी मदद ली जा रही थी। इसी दौरान पुलिस को कार उड़ाने वाले आरोपी की सही पहचान गौरव कुमार पुत्र शिवचरण निवासी म. नं. 175 सुशीला विहार भूड बुलन्दशहर यूपी के रूप में हुई। पुलिस ने आरोपी की सही शिनाख्त होने के बाद सूचना पर उसको गाजियाबाद से दबोच लिया। पुलिस आरोपी को लेकर हरिद्वार पहुंची। जिसको पुलिस ने दर्ज मुकदमें में निरूद्ध करते हुए मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।