नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली के दक्षिण-पश्चिम स्थित आरके पुरम में रेत ले जा रहे एक डम्पर के कार पर पलट जाने से कार सवार दंपति की दर्दनाक मौत हो गई और
उनकी नाबालिग बेटी घायल हो गई थी। यह दुर्घटना रिंग रोड पर रात करीब 12 बजे हुई। इस बारे में जानकारी मिलने के बाद पुलिस दुर्घटनास्थल पर पहुंची और तीन लोगों को कार में
फंसा पाया। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) गौरव शर्मा ने बताया कि अग्निशमन विभाग की एक टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया लेकिन भारी डम्पर को हटाया नहीं जा सका।
इसके बाद एक क्रेन की मदद से घायलों को निकाला गया।
मनीष शर्मा और उनकी पत्नी शिप्रा को एम्स अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। वहीं उनकी छह साल की बेटी सुरक्षित है। डम्पर चालक घटनास्थल से फरार हो गया
था। हादसा इतना जबरदस्त था कि कार के परखच्चे उड़ गए। कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह दमकल विभाग की टीम और पुलिस ने कार काटकर शवों को बाहर निकाला। आरके
पुरम थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी चालक की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक मूलरूप से करौली, राजस्थान के रहने वाले मनीष अपने परिवार के साथ नोएडा
सेक्टर-107 स्थित सांई शरणम सोसायटी में रहते थे। मनीष दक्षिण दिल्ली में एक निजी कंपनी में सीनियर लीगल एडवाइजर थे।
मनीष बुधवार को ही दिन में अपनी आई-20 कार से भिवाड़ी गए थे। रात को खाना खाने के बाद वह भिवाड़ी से नोएडा के लिए निकले। जैसे ही यह रिंग रोड होते हुए हयात होटल,
मुनिरका कट के पास पहुंचे, अचानक इनके बराबर में चल रहा बड़ा डंपर असंतुलित होकर इनकी कार के अगले हिस्से पर पलट गया। राहगीरों ने तुरंत मामले की सूचना पुलिस को दी।
इसके बाद पीसीआर मौके पहुंची। मनीष और शिप्रा की 7 दिसंबर 2013 को शादी हुई थी। मनीष के दोस्त ने बताया कि मंगलवार को मनीष व शिप्रा ने अपनी शादी की सालगिरह मनाई
थी। बुधवार को भाई आशीष ने कॉल कर दोनों को खाना खाने के लिए भिवाड़ी बुलाया था। मनीष ने बताया कि एक राहगीर ने मनीष के मोबाइल से ही एक अन्य दोस्त को कॉल कर
हादसे की सूचना दी। इसके बाद परिवार वहां पहुंचा। परिजनों के सामने ही करीब सवा दो घंटे बाद शवों को कड़ी मशक्कत के बाद गाड़ी से बाहर निकाला जा सका।