कानपुर। मंगलवार रात करीब दो बजे तीन फैक्ट्रियों में भीषण आग लग गई। आग की शुरुआत पहले एक फैक्ट्री से हुई। कर्मचारियों ने उसे बुझाने का प्रयास किया, तब तक दूसरी और फिर देखते ही देखते तीसरी फैक्ट्री भी आग की चपेट में आ गई। आग इतनी भयावह थी कि कर्मचारियों के होश उड़ गए। घटना की सूचना मिलते ही शहर भर की करीब एक दर्जन से ज्यादा दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। देर रात तक आग बुझाने का कार्य जारी रहा। हालांकि कोई जनहानि की सूचना नहीं है। गोविंद नगर निवासी सतीश ग्रोवर और तनुज ग्रोवर की साइड नंबर पांच में प्लास्टिक की दो फैक्टरियां हैं। देर रात करीब दो बजे तनुज की फैक्टरी की दूसरी मंजिल पर आग लग गई। वहां मौजूद कर्मचारियों ने आग बुझाने का प्रयास किया, मगर आग बढ़ती गई। जब तक दमकल की टीम पहुंचती तब तक आग में धधक रही तनुज की फैक्ट्री के बगल में स्थित उनके पिता सतीश ग्रोवर की प्लास्टिक दाना बनाने वाली फैक्ट्री भी धधकने लगी। फायर बिग्रेड के कर्मचारी आग बुझाते कि इन दोनों के बगल में स्थित वीरेंद्र सिंह की बैट्री की लेड बनाने वाली फैक्ट्री भी आग की चपेट में आ गई।
फजलगंज, लाटूश , कर्नलगंज, मीरपुर से 16 दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। उन्नाव और आसपास के जिलों में से भी दमकलों के लिए सूचना दे दी गई। 6 दर्जन से ज्यादा फायर कर्मी आग बुझाने से लेकर राहत कार्य में जुटे रहे। दोनों फैक्ट्रियों और आसपास की फैक्ट्री में नुकसान का आकलन नहीं हो सका है।
फैक्टरी के कर्मचारियों ने मालिक को आग लगने की सूचना दी। सभी ने दमकल कंट्रोल रूम का नंबर मिलाया पर नंबर नहीं लगा। आखिर में फैक्टरी मालिक फजलगंज फायर स्टेशन पहुंचे और आग लगने की सूचना दी। तब दमकल की गाड़ियां फैक्ट्री पहुंचीं।