रायपुर। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के तैराक ईश्वर ओझा ने तैराकी में गोल्डन बुक आॅफ वल्र्ड रिकाॅर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। उन्होंने डोंगिया तालाब में रविवार की सुबह 10.55 बजे से शाम 4.55 बजे तक लगातार 6 घंटे तक तैराकी कर यह रिकाॅर्ड बनाया। ईश्वर ने तालाब में लगभग 16 किलोमीटर की तैराकी कर यह उपलब्धि हासिल की है। तैराकी को परखने दिल्ली से टीम भी आई थी। तैराकी देखने तीन हजार से ज्यादा लोग तालाब में पहुंचे थे। तैराकी पूरी करने पर दिल्ली से आई टीम के सदस्य ने प्रमाण पत्र भी दिया। तैराकी शुरू करने से पहले ईश्वर अपने पिता चोवाराम ओझा, मां कीर्तिन बाई के साथ गांव के देवी-देवताओं की पूजा अर्चना कर डोंगिया तालाब पहुंचे। तालाब में जिला पंचायत दुर्ग की अध्यक्ष शालिनी यादव, जनपद उपाध्यक्ष झमीत गायकवाड़, फ्लोरिंग विंग्स स्वीमिंग एकेडमी के अध्यक्ष दिवाकर गायकवाड़, पुरई की सरपंच उमा रिगरी, कात्रो की सरपंच मंजू यदु, उमरपोटी के सरपंच टिकेंद्र ठाकुर, युवा समाज सेवक कमलेश यादव सहित जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद ईश्वर ने तालाब में छलांग लगाई और छह घंटे तैरने के बाद तालाब से बाहर आए। ठंड के मौसम में ईश्वर ने तालाब के अंदर कई चक्कर लगाते हुए लगभग 16 किलोमीटर की तैराकी की। बता दें कि पुरई गांव के 12 बच्चों का चयन भारतीय खेल प्राधिकरण ;साईद्ध में भी हुआ है। ईश्वर के कोच ओम ओझा ने बताया कि गोल्डन बुक में नाम दर्ज कराने ईश्वर ने तीन साल पहले तैयारी शुरू कर दी थी। हर दिन 7 से 8 घंटे तक तैरने का अभ्यास करते हैं। ईश्वर की उम्र अभी 17 साल है। ओम ओझा के मुताबिक लगातार तैरने का पुराना रिकाॅर्ड 4 घंटे का है। तैयारी पूरी होने के बाद गोल्डन बुक वालों के पास अपना दावा प्रस्तुत किया। ईश्वर ने 6 घंटे की तैयारी कर यह उपलब्धि हासिल की है। वहीं ईश्वर का कहना है कि उनका सपना देश के लिए ओलंपिक जीतना और गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकाॅर्ड में नाम दर्ज कराना है। दिल्ली से आए गोल्डन बुक आॅफ वल्र्ड रिकाॅर्ड के सदस्य आलोक कुमार ने कहा कि मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई कि छोटे से गांव में इतने बेहतर खिलाड़ी है। यहां तैराकी का रिकाॅर्ड बना है।