संभल। थाना प्रभारी असमोली रनवीर सिंह की पहचान प्यार करने वालों को मंजिल दिलाने वाले की बनी। प्रेम प्रसंग के मामलों में वह युवक और युवती के घरवालों को बुलाकर उनकी शादी करा देते थे। तमाम प्रेमी युगल बिना डरे थाने में रनवीर सिंह के पास पहुंच जाते थे। उन्होंने ने दो साल में 24 से ज्यादा प्यार करने वालों को मिलाकर उनकी शादियां कराई। प्रेमी जोड़ों को मिलाकर थाने में उनकी शादी कराने के लिए चर्चित असमोली थाना प्रभारी रनवीर सिंह को तबादले के बाद इलाके के लोगों ने कुछ अलग ही अंदाज में विदाई दी। उनके सिर पर सेहरा सजाकर घोड़ा बग्गी में दूल्हे की तरह बैठाया गया। बैंड बाजे की धुन पर लोगों ने जमकर ठुमके लगाये और नेग-न्योछावर भी की। असमोली थाने का नजारा शुक्रवार की दोपहर में ऐसा था जैसे कोई बारात सजी हो और दूल्हा बग्गी पर सवार होकर जा रहा हो। दरअसल असमोली थाने में पिछले दो साल से बतौर थाना प्रभारी तैनात रहे रनवीर सिंह का तबादला अमरोहा जनपद को हो जाने के बाद वह थाने से रवाना हो रहे थे। जानकारी मिलने पर इलाके के सैंकड़ों लोग थाने पर जा पहुंचे और बैंडबाजे से लेकर घोड़ा बग्गी तक का इंतजाम कर दरोगा रनवीर सिंह को ऐसी विदाई दी जिसे वह लंबे समय तक न भूल पाएंगे। दरोगा रनवीर सिंह वर्दी में थे मगर उनके सिर पर सरकारी टोपी की बजाये दूल्हे वाला सेहरा सजाकर गले में जयमाला पहना दी गई थी। बैंडबाजे की धुन पर नाचते लोगों ने रनवीर सिंह को घोड़ा बग्गी पर बैठाया और थाने से दूर तक घोड़ाबग्गी पर बैंड की धुन के बीच उनकी नेग-न्योछावर करने का सिलसिला जारी रखा।