नई दिल्ली । कोरोना के घातक वायरस डेल्टा और ओमिक्रॉन के संक्रमण से अभी पूरी तरह निजात भी नहीं मिली और अब इजरायल में ‘फ्लोरोना’ बीमारी का पहला मामला सामने आया है, जिसे कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा का दोहरा संक्रमण माना जा रहा है। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्लोरोना का पहला मामला इस सप्ताह की शुरुआत में एक गर्भवती महिला में दर्ज किया गया था, जिसे नवजात को जन्म देने के लिए राबिन मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया था। एक इजरायली अखबार के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि महिला को टीका नहीं लगाया गया था। नई बीमारी की खबर ऐसे समय में आई है जब दुनिया में कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट की वजह से एक नया उछाल देखने को मिल रहा है। नए वेरिएंट के प्रसार के कारण अमेरिका, फ्रांस और यूके जैसे देशों में ना सिर्फ रोज कोरोना के नए रिकॉर्ड मामले आ रहे हैं, बल्कि अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में भी भारी इजाफा हुआ है।
इजरायल के डॉक्टरों ने कहा कि नई बीमारी का अध्ययन किया जा रहा है क्योंकि देश में हाल ही में इन्फ्लूएंजा के मामलों में वृद्धि देखी गई है। काहिरा विश्वविद्यालय अस्पताल के डॉक्टर नहला अब्देल वहाब ने कहा कि फ्लोरोना की वजह से प्रतिरक्षा प्रणाली टूट सकती है क्योंकि एक ही समय में दो वायरस मानव शरीर में प्रवेश कर रहे हैं। इस बीच, इजरायल ने कोरोना वायरस महामारी से सर्वाधिक खतरे का सामना करने वाली आबादी के समूह को कोविड-19 टीके की चैथी खुराक देनी शुरू कर दी है। वह ऐसा करने वाले दुनिया के गिने-चुने देशों में शामिल हो गया है। इजरायल ने कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट से आने वाली महामारी की संभावित लहर के खिलाफ अपनी तैयारियों के तहत यह कदम उठाया है। इजरायल, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों, बुजुर्गों और देखभाल केंद्र के कर्मचारियों को चैथी खुराक देगा। इजराइल के शेबा मेडिकल सेंटर में हृदय और फेफड़ा प्रतिरोपित कराए मरीजों से शुक्रवार को चैथी खुराक लगाए जाने की शुरुआत की गई। देश में गुरुवार को ओमिक्रॉन के 4,085 नए मामले सामने आए थे।