ठाकुरद्वारा में नशे के काले धंधे पर लगाना होगा अंकुश
काला नशा ठाकुरद्वारा क्षेत्र के युवाओं के लिए बना जान का दुश्मन
न कितने घर हो चुके हैं बर्बाद
ठाकुरद्वारा (मुरादाबाद) पिछले एक वर्ष के भीतर दो लोगों की हत्या हो चुकी है I लगातार मांग उठाई जा रही है कि नशे के काले गोरख धंधे को रोका जाए । बता दें कि उत्तराखंड से सटे ठाकुरद्वारा में नशे के काले गोरख धंधे को फलने फूलने से जल्दी ना रोका गया तो किसी बड़ी वारदात की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
एक वर्ष के अंदर लगातार दो लोगों की हत्याएं हो चुकी हैं । बताते चलें ठाकुरद्वारा के गांव फरीद नगर निवासी अजीम पुत्र शमीम को फरीदनगर की नहर के किनारे पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया था Iपुलिस ने फरीदनगर निवासी दो युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
बाद में उनके सरगना काशीपुर निवासी नशे के सौदागर को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था | विशाल की हत्या के बाद अब तेजी से आवाज उठाई जा रही है कि नशे के काले धंधे को पूरी तरह से रोका जाए विशाल हत्याकांड में भी नशे के बड़े सौदागर के इशारे पर विशाल को मौत के घाट उतार दिया दोनों ही हत्याकांड वर्चस्व की जंग में अंजाम दिए गए हैं।
पहले हत्याकांड में अजीम ने काशीपुर के नशे के सौदागर से स्मेक खरीद कर किसी अन्य सौदागर से नशे का सामान खरीदना शुरू कर दिया इसी बात से नाराज नशे के सौदागर ने हत्या करा दी थी I विशाल हत्याकांड में भी बिल्कुल ऐसा ही मामला सामने आया I विशाल नशे के काले धंधे का विराध कर रुकावट डाल रहा था । इसी कारण बिलाल ने षड्यंत्र के तहत उसकी हत्या करा दी अब तेजी से यह मांग उठाई है । कि पुलिस प्रशासन ऐसे काले धंधा करने वाले लोगों को चिह्त्त कर लगातार उन पर सख्ती बरतते हुए नशे के काले धंधे पर रोक लगानी चाहिए। अगर इस काले पर रोकथाम न हुयी तो कितने और लोगों की यह काला नशा जान का दुश्मन न बन जाए |