-मेरठ, शामली और मुजफ्फरनगर जिले में ऑन डिमांड बेचे जा रहे थे
-10 तमंचे, चार बंदूक, हथियार बनाने के औजार, अधबने तमंचे बरामद
मेरठ। मेरठ में थाना इंचैली के बिसोला गांव में पुलिस ने ट्यूबवेल पर तमंचा बनाने के कारखाने का भांडाफोड़ कर बड़ी संख्या में तमंचे और अधबने हथियार बरामद किए हैं। यह गैंग पिछले 2 महीने से अवैध हथियार बना रहा था। छापेमारी के दौरान पुलिस ने गैंग के सरगना समेत 5 आरोपी गिरफ्तार कर लिया जबकि एक मोके से फरार हो गया। पूछताछ में पता चला कि गैंग का सगरना पहले भी अवैध हथियार बनाने में जेल जा चुका है। मेरठ के अलावा शामली और मुजफ्फरनगर जिले में भी ऑन डिमांड तमंचे बेचे जा रहे थे।
इंचैली थाने पर प्रेस वार्ता में सीओ सदर देहात पूनम सिरोही ने बताया कि पुलिस को बिसौला गांव में अवैध तमंचा बनाए जाने की सूचना मिली थी। जिसके बाद एसएसपी प्रभाकर चैधरी के निर्देश पर सीओ सदर देहात पूनम सिरोही और एसओ इंचैली श्यौपाल सिंह ने रात ढाई बजे बिसौला निवासी पिंकल पुत्र धनीराम के ट्यूबवैल पर छापेमारी की। मौके से दो आरोपियों को तमंचे बनाते रंगे हाथों पकड़ा गया। इनकी निशानदेही पर रात में ही तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जिसमें सुल्तान, पिंकल, मौजीराम, खिमावती पप्पू जौगी व मोहित उर्फ कालू त्यागी शामिल हैं। । जबकि मोनू नाम का युवक ग्राइंडर व वेल्ड कर हथियारों को मजबूती देता था वह पुलिस को चकमा दे फरफ हो गया। गिरफ्त में आये आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग थानों में 19 मुकदमे दर्ज हैं। टीम ने यहां चल रही कारखाने से 10 तमंचे, चार बंदूक, हथियार बनाने के औजार, अधबने तमंचे और बंदूकों को बरामद किया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि तमंचा व अन्य बंदूकें बनाने के लिए दिल्ली से कच्चा माल लाते थे। इसके बाद बिसौला स्थित ट्यूबवैल पर मशीन व अन्य उपकरणों की मदद से तमंचा व बंदूक बनाई जाती थीं। बनने के बाद इसे मेरठ समेत गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, हापुड़ आदि जनपदों में सप्लाई किया जाता था।