जैनुल आबेदीन ने तोड़ा अमेरिका के धावक का रिकार्ड

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रनिंग मशीन पर लगातार 12 घंटे तक लगाई दौड़
मुरादाबाद,। मुरादाबाद एक्सप्रेस के नाम से मशहूर शहर के धावक जैनुल आबेदीन ने शनिवार को रनिंग मशीन पर दौड़कर नया विश्व रिकार्ड बनाया है। असालतपुरा निवासी धावक जैनुल आबेदीन 12 घंटे में 66 किमी रनिंग मशीन पर दौड़े और गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराने में कामयाबी हासिल की।

पीलीकोठी चौराहे के पास रनिंग मशीन पर सुबह नौ बजे से दौड़ रहे थे। उन्होंने अमेरिका के धावक का रिकार्ड तोड़ा है। गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स की ओर से पर्यवेक्षक के रूप में पदाधिकारी की निगरानी में दौड़ पूरी हुई। अमेरिका के धावक ने 12 घंटे में 65 किमी दौड़ लगाई थी। रात को नौ बजे दाैड़ पूरी होते ही बधाई देने को भीड़ जुट गई। जैनुल के ऊपर फूलों की बारिश और सेल्फी लेने की होड़ रही। सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक लोगों ने पीलीकोठी पर पहुंचकर जैनुल का उत्साहवर्धन किया। ट्रेनर बुरहान अजीज ने जैनुल को प्रशिक्षण दिया था। वह बताते हैं कि अभी तक यह उपलब्धि किसी भी भारतीय के पास नहीं है। उन्‍होंने शहर के लोगों को फिटनेस के प्रति जागरूक करने और उप्र पुलिस के सम्मान में लगातार 12 घंटे में 66 किमी की दौड़ को समर्पित किया है। अभी तक किसी भारतीय ने रनिंग मशीन पर लगातार 12 घंटे तक दौड़ नहीं लगाई है। वह पहले भारतीय होंगे ज‍िन्‍होंने रनिंग मशीन पर लगातार 12 घंटे दौड़कर विश्व रिकार्ड बनाया। दौड़ पूरी होने के बाद जैनुल ने कहा कि इस दौड़ का मकसद लोगों को फिट रहने के लिए जागरूक करना है। इसी के तहत वह निरंतर रनिंग मशीन पर दौड़ते थे। दिन में जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह, शहर इमाम सैयद मासूम अली, एडीएम सिटी आलोक वर्मा, सिटी मजिस्ट्रेट एमपी सिंह, एसपी ट्रैफिक अशोक कुमार समेत शहर के तमाम लोग भी उत्साहवर्धन के लिए पहुंचे।

हासिल कर चुके हैं कई बड़ी उपलब्धियां : शहर के धावक जैनुल आबेदीन देश की कई बड़ी दौड़ में हिस्सा लेकर मुरादाबाद का नाम रोशन कर चुके हैं। जैनुल को दौड़ की दुनिया में मुरादाबाद एक्सप्रेस के नाम से जाना जाता है। जैनुल ने वर्ष 2018 में 23 जुलाई को दिल्ली के इंडिया गेट से महिलाओं के सम्मान में दौड़ शुरू की थी। इस दौड़ में जैनुल दिल्ली से आगरा, आगरा से जयपुर और जयपुर से वापस दिल्ली तक दौड़े थे। उन्होंने इस दौड़ को सात दिन 22 घंटे में पूरा किया था। इस दौड़ को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड 2020 में दर्ज किया गया है। जिसके चलते इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड की ओर से जैनुल को मेडल व प्रमाण पत्र दिया गया था। कोरोना महामारी में जैनुल आबेदीन ने जान जोखिम में डालकर आम आदमी की सुरक्षा का जिम्मा उठाने वाली पुलिस को एक अनूठे अंदाज में 50 किलोमीटर दौड़कर सम्मान द‍िया था।

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