सरसौल। जमीन के लालच में नाती ने अपने साथियों के साथ मिलकर नाना की गला दबाकर हत्या कर दी और उसके बाद उनका शव पेट्रोल छिड़ककर जला दिया। पुलिस ने नाती को गिरफ्तार कर उससे कडी पूछताछ की तो उसने सब सच उगल दिया। उसने बताया आशीष ने उनके पैर पकड़कर रखे थे। हत्या के बाद हमने शव पर पेट्रोल डालकर जला दिया। शनिवार को फोरेंसिक टीम ने पश्चिम पारा जाकर साक्ष्य जुटाए हैं। दो सितंबर की रात लापता हो गए थे। सात सितंबर को झाड़ियों में उनका जला हुआ शव मिला था। पुलिस ने लालजी के भतीजे संदीप की तहरीर पर बेटी शशि, नाती आशीष समेत चार के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया। आशीष ने बताया कि नाना ने मां के नाम चार बीघा जमीन में केवल 17 बिस्वा ही की थी। बाकी भतीजों के नाम कर रहे थे, जिससे वह नाराज था। दो सितंबर की रात नाना को किसी बहाने से बिधनू लेकर गया, जहां साथी के साथ मिलकर लालजी की गला दबाकर हत्या कर दी थी। आशीष के साथी ने लालजी के पैर पकड़ रखे थे। फिर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी ताकि लालजी की पहचान न हो सके। आशीष को जेल भेज दिया गया है। उसके साथी की तलाश की जा रही है।