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छह साल की बच्ची के डिस्चार्ज पर स्टाफ हुआ भावुक

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कोविड सेंटर में बातूनी बच्ची ने सभी को अपना बनाया
घर जाने की चेहरे पर नहीं दिखी खुशी, स्टाफ से दूर होने का दिखा गम


हरिद्वार। कोरोना पॉजिटिव मिली छह साल की बच्ची की सात दिनों बाद निगेटिव रिपोर्ट मिलते ही उसको मेला अस्पताल के कोविड सेंटर से डिस्चार्ज कर दिया गया है। कोविड सेंटर से जाते वक्त चिकित्सको व स्टाफ काफी भावुक नजर आये। कोविड सेंटर में सात दिनों तक रही बातूनी बच्ची केे डॉक्टर अकंल व आंटी की सम्बोधन भरी प्यारी आवाज ने सब को अपना बना लिया था। चिकित्सक हो या फिर सिस्टर हर कोई बच्ची की प्यारी आवाज सुनने के लिए बेताब देखा गया। कुछ दिनों में स्टॉफ और बच्ची के बीच काफी लगाव हो गया। जब भी स्टाफ कुछ थकावट महसूस करता तो बच्ची से बाते कर अपने को तरोताजा कर लेता। कोविड सेंटर के स्टॉफ ने बच्ची को पूरा घर जैसा माहौल दिया, उसको अहसास हीं नहीं होने दिया कि वह कोविड सेंटर में भर्ती है। मेला अस्पताल सीएमएस डॉ. राजेश गुप्ता ने बताया कि 07 जनवरी को छह साल की बच्ची को उसकी मां बुखार की शिकायत पर उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंची थी। बच्ची का बुखार नहीं उतर पा रहा था, जिस पर बच्ची का टाइर्फाइड और आरटीपीसीआर टेस्ट भी कराया गया। जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव मिलते ही उसको मेला अस्पताल कोविड सेंटर रेफर कर दिया गया। उन्होंने बताया कि 09 जनवरी को जब उसकी मां बच्ची को लेकर कोविड सेंटर पहुंची, तब मां-बेटी दोनों घबराई हुई थी। मां पॉजिटिव नहीं थी लेकिन छोटी बच्ची को देखते हुए मां को भी साथ रखा गया। कोविड सेंटर में भर्ती अन्य मरीजों को देखते हुए मां-बेटी को अलग से कमरा उपलब्ध कराया गया। जहां पर मां-बेटी को घर जैसा माहौल दिया गया। कोविड सेंटर में मां-बेटी को घर जैसा माहौल मिलने पर उनको डर भी समाप्त हो गया। छह साल की बच्ची ने स्टॉफ को दो दिनों के भीतर ही अपना बना लिया। जब भी चिकित्सक व सिस्टर उसके कमरे में जाते तो बातूनी बच्ची डॉक्टर अंकल व आंटी पुकारते हुए खूब बातें करती। कुछ दिनों में ही बातूनी बच्ची ने चिकित्सकों व स्टॉफ को अपना बना लिया। स्टाफ का हर शख्स बच्ची से बाते करने की आतुर रहता। जब बच्ची की आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव मिली तो बच्ची को सात दिन बाद 16 जनवरी को कोविड सेंटर से डिस्चार्ज कर दिया गया। उसके डिस्चांर्ज पर पूरा स्टाफ काफी भावुक दिखा। बातूनी बच्ची को घर जाने में इतनी खुशी नहीं मिल रही थी जितना की स्टॉफ से दूर होने पर उसके चेहरे पर गम साफ देखा गया। कोविड सेंटर स्टाफ ने बच्ची को घर भेजने से पूर्व उसकी मां के साथ एक संयुक्त फोटो भी किया।

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