ग्रामीणों ने कृषि मंत्री जोशी का गर्मजोशी से किया भव्य स्वागत

उत्तरकाशी। प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने रविवार को उत्तरकाशी जनपद के मोरी विकासखंड स्थित गैंचवांण गांव में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ का शुभारंभ किया। मोरी विकासखंड के गैंचवांण गांव में पहली बार है जब कोई मंत्री इस गांव में पहुँचे हैं। ग्रामीणों ने कृषि मंत्री जोशी का गर्मजोशी से स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान मंत्री जोशी ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन किया, जिनमें कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य और अन्य विभागों ने किसानों को लाभान्वित करने वाली योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में सेब उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं और राज्य सरकार इसे प्राथमिकता के आधार पर विकसित कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की समस्याओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। उन्होंने कहा कि इसका सबसे बड़ा उदाहरण है कि तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने जिस पहली फाइल पर हस्ताक्षर किए, वह प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से संबंधित थी। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि किसान सरकार की नीति निर्माण की केंद्रबिंदु में हैं। उन्होंने बताया कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चैहान के नेतृत्व में चल रहे इस अभियान की शुरुआत उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा गुनियाल गांव से की गई थी। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य के लिए पूरे देश में दो हजार वैज्ञानिक दलों का गठन किया गया है, जो अगले 15 दिनों तक किसानों से सीधा संवाद करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में यह अभियान विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां पंतनगर विश्वविद्यालय, भरसार विश्वविद्यालय और विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा जैसे प्रतिष्ठित कृषि संस्थान स्थित हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश स्तर पर प्रत्येक जनपद में तीन टीमों का गठन किया गया है, जो प्रतिदिन तीन कार्यक्रम आयोजित करेंगी। इन कार्यक्रमों के माध्यम से प्रतिदिन कम से कम 600 किसानों से संवाद स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पहल से किसान नवीनतम कृषि तकनीकों का उपयोग कर अपनी उपज और कृषि क्षेत्रफल में वृ(ि कर सकेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार किसानों के हित में कृषि क्षेत्र को प्राथमिकता दे रही है और इस दिशा में यु( स्तर पर कार्य किया जा रहा है।