चंडीगढ़। हरियाणा में गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान डूबने से 7 लोगों की मौत हो गई। इनमें सोनीपत में 3 जबकि महेंद्रगढ़ में 4 लोगों की मौत हो गई। सोनीपत के मीमारपुर घाट पर एक शख्स अपने बेटे और भतीजे के साथ गणेश मूर्ति विसर्जन के लिए गया था। इन लोगों की डूबने से मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
महेंद्रगढ़ में कनीना-रेवाड़ी मार्ग स्थित गांव झगडोली के पास नहर पर गणेश प्रतिमा विसर्जित करने गए करीब 9 व्यक्ति पानी की तेज धारा से बह गए। देर रात 8 लोगों को नहर से बाहर निकाला गया। इनमें से 4 की मौत हो गई। महेंद्रगढ़ के झगडोली गांव के पास गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए करीब 20-22 लोग नहर में गए थे। इसी दौरान उनमें से कई नहर में डूब गए। अब तक 4 लड़कों की जान चली गई है और 4 को सुरक्षित बचा लिया गया है। महेंद्रगढ़ डीसी जेके अभीर ने कहा कि बचाव कार्य जारी है। हरियाणा के मुख्यमंत्री एमएल खट्टर ने इन मौतों पर दुख जताते हुए कहा कि महेंद्रगढ़ और सोनीपत जिलों में गणपति विसर्जन के दौरान नहर में डूबने से कई लोगों की असमय मौत की खबर दिल दहला देने वाली है।
जबकि उत्तर प्रदेश में गणेश प्रतिमा के विसर्जन के दौरान हुई एक दुखद घटना में दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई जबकि एक ने उन्नाव के अस्पताल में दम तोड़ दिया। ये बच्चे भगवान गणेश की मूर्तियों को गंगा नदी में विसर्जित करने गए थे। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई, जबकि एक की उन्नाव में इलाज के दौरान मौत हो गई। वे सभी कोतवाली सफीपुर इलाके में गंगा नदी में भगवान गणेश की मूर्तियों के विसर्जन के लिए गए थे, तभी ये यह घटना हुई।
गौरतलब है कि 10 दिनों तक चलने वाले गणेश चतुर्थी उत्सव का शुक्रवार को समापन हो गया। गणेश चतुर्थी को देश भर के कई राज्यों में बहुत धूमधाम और जोश के साथ मनाया जाता है। इस साल कोरोना के कोई प्रतिबंध नहीं होने के कारण ये उत्सव एक बार फिर धूमधाम से मनाया गया।