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कौशांबी में दुर्गा मंदिर से 1 करोड़ 5 हजार का हीरा जड़ा हार चोरी, सीमा विवाद में उलझी पुलिस

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प्रयागराज। प्रयागराज जिले के कौशांबी में मां दुर्गा के दरबार से करोड़ों का हार चोरी हआ  है। निरकुंडी आश्रम में दुर्गा मैया के गले से 1 करोड़ 5 हजार की कीमत का हीरा जड़ा हार चोरी होने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। मामले में सूचना के बाद दो थानों की पुलिस आपस में सीमा विवाद में उलझी रही। अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद अब प्रयागराज की धूमनगंज कोतवाली पुलिस ने आश्रम के अध्यक्ष रामकुमार का बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना कौशांबी-प्रयागराज के सीमा पर बसे भोपतपुर गांव की है।
  आश्रम के अध्यक्ष रामकुमार दास ने बताया कि निरकुंडी आश्रम का निर्माण गुरुजी अभय राज दास के सहयोग से कराया गया था। वह मुंबई के रहने वाले हैं। एक समय मेरी बेटी बहुत बीमार थी। तभी गुरु जी मेरे घर आए हुए थे। मेरी बेटी के मौत के बाद उन्ही ने ममता देवी चैरिटेबुल ट्रस्ट का रजिस्ट्रेशन करवाकर इस आश्रम का निर्माण कराया था। आश्रम में 13 से ज्यादा कमरे बने हुए हैं। आश्रम के अंदर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित है। उन्होंने बताया कि हीरे से जड़ा चोरी हुआ हार भी उनके गुरुजी अभयराज दास ने मुझे दिया था।
चोरों ने मां दुर्गा के गले से एक करोड़ पांच लाख की कीमत का हीरे से जड़ा हार और 8 हजार रुपये कैश चोरी कर लिया है। आश्रम के अध्यक्ष रामकुमार दास ने इस घटना की लिखित शिकायत पिपरी थाने में की थी, लेकिन पिपरी पुलिस ने उनसे कहा कि यह घटनास्थल प्रयागराज के धूमनगंज कोतवाली क्षेत्र के सीमा में है। इस लिए आप धूमनगंज कोतवाली में जाकर तहरीर दीजिए। फिर उन्होंने धूमनगंज कोतवाली में भी जाकर तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट नहीं दर्ज की। जिसके बाद उन्होंने एसडीएम चायल और मुख्यमंत्री जी को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग तो मामला मीडिया में आने के बाद अब धूमनगंज पुलिस मौके पर आई और बयान दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है।
आपको बता दें की घटना कौशांबी-प्रयागराज के सीमा से सटे भोपतपुर गांव की है। जिसका राजस्व ग्राम कौशांबी लगता है, जबकि थाना धूमनगंज है। इस लिए सीमा विवाद में दोनों जिले की पुलिस उलझी रही। जब इस मामले में न्यूज-18 ने प्रमुखता से खबर दिखाई तो अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया और अब धूमनगंज कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और आश्रम के अध्यक्ष का बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी। वहीं घटना के बावत कौशांबी और प्रयागराज पुलिस की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान भी सामने नहीं आया है।

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