बिजनौर। चार साल पहले दिव्यांग किशोरी के साथ युवक ने रेप किया था। किशोरी ने कुदरती शक्ति आवाज के जरिए रेपिस्ट को पहचान लिया। पॉक्सो कोर्ट ने चार साल बाद उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही 52,000 रुपए का जुर्माना भी लगाया है। 22 सितंबर 2017 को अमरोहा के धनोरा गांव में युवक ने वारदात को अंजाम दिया था। यहां एक किसान की बेटी अपने रिश्तेदार के घर जा रही थी। रास्ते में युवक ने किशोरी के साथ रेप किया। पुलिस के अनुसार, ‘किशोरी के पड़ोसी राहुल सिंह ने रास्ता दिखाने के बहाने उसका हाथ पकड़ लिया। वह उसे गुमराह करके ट्यूबवेल के लिए बने कमरे में ले गया और वहां उसका रेप किया।’ इस दौरान लड़की चुप रही लेकिन उसने उसे उसकी आवाज से पहचान लिया। वह किसी तरह अपने घर वापस आई और अपने माता-पिता को आपबीती सुनाई। उसके परिवार के सदस्यों ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की संबंधित धाराओं और पॉक्सो एक्ट के तहत शिकायत दर्ज कराई। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन बाद में वह जमानत पर बाहर आ गया। बाद मे उसे दोबारा गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है। लोक अभियोजक बसंत सिंह ने मामले का ब्योरा देते हुए कहा, ‘पिछले चार साल से मामले की सुनवाई चल रही थी। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अवधेश कुमार सिंह ने सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए रेपिस्ट को आजीवन कारावास की सजा सुनाई और उसे जेल भेज दिया गया है।’