कट्टे में बंद महिला के शव की हुई पहचान

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हरिद्वार। कट्टे में बंद मिली महिला की लाश की शिनाख्त बुग्गावाला निवासी के रूप में हुई है। जोकि नौकरी की तलाश के लिए घर से निकली थी। महिला के घर न पहुंचने पर परिजनों द्वारा उसकी तलाश की जा रही थी। वहीं पुलिस के द्वारा जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रें में शव के फोटो छपे पम्पलेट वितरित करने के बाद परिजन सिड़कुल थाने पहुंचे, तब जाकर हुई मृतका की पहचान। मृतका का पति पिछले तीन माह से यूपी की जेल में सुल्फे की तस्करी मामले में बंद है। मृतका के गले पर निशान मिले हैं, जिससे उसकी हत्या गला घोट कर किये जाने की बात कही जा रही है। लेकिन हत्या की सही वजह का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही पता चल सकेगा। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपूर्द कर दिया है। लेकिन पीडित परिवार ने घटना के सम्बंध में कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी है। सिड़कुल थाना एसओ लखपत सिंह बुटोला ने बताया कि मंगलवार की सुबह सिड़कुल थाना क्षेत्र स्थित रामनगर कॉलोनी के समीप नाले में प्लास्टिक के कट्टे में बंद एक अज्ञात महिला का शव पुलिस ने बरामद किया था। जिसकी शिनाख्त नहीं हो सकी थी। पुलिस ने मृतका के हुलिए व कपड़ों की जानकारी के साथ शव की फोटो का पम्पलेट छपवा कर जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रें में चस्पा कराते हुए वितरित कराया गया था। इतना ही नहीं पुलिस ने गांवों के प्रधानों को भी पम्पलेट देकर शव की शिनाख्त कराने में पुलिस की मदद मांगी थी। इसी दौरान आज रसूलपुर टौगिया बुग्गावाला हरिद्वार के कुछ लोग सिड़कुल थाने पहुंचे और पम्पलेट में दिखाई दे रहे महिला के शव की शिनाख्त सोनम पत्नी अमित (32) के रूप में की। परिजनों को जिला अस्पताल की मोर्चरी में शव की पुख्ता पहचान के लिए भेजा गया। जहां पर परिजनों ने महिला की पहचान सोनम के रूप में की है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के पश्चात परिजनों के सुपूर्द कर दिया। एसओ लखपत सिंह बुटोला ने बताया कि कट्टे में बंद मृतका के गले में निशान मिले है। जिससे पता चलता हैं कि महिला की गला घोट कर हत्या की गयी होगी। लेकिन महिला की मौत के सही कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा। लेकिन अभी तक मृतका के परिजनों की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गयी है। मृतका की सास कश्मीरी ने बताया कि उसको बेटा अमित तीन माह से पानीपत की जेल में बंद है। वह सिड़कुल स्थित एक कम्पनी में काम करता था, जहां उसकी पहचान पानीपत के कुछ लोगों से हो गयी। जिनको पानीपत की पुलिस ने सुल्फे के साथ पकडा था। जिन्होंने उसके बेटे का नाम भी लिया। पुलिस ने उसको फोन कर बहाने से बुलाया और गिरफ्रतार कर जेल भेज दिया। सोनम के तीन बच्चे जिनमें दो बेटी जिनकी उम्र करीब 08, 10 साल और एक बेटा जिसकी उम्र 06 साल है। घर के खर्च चलाने के लिए उसकी बहू सोनम काफी समय से नौकरी की तलाश में थी। और 13 सितम्बर को दोपहर को घर से नौकरी की तलाश के लिए सिड़कुल आयी थी। लेकिन देर शाम तक घर नहीं पहुंची तो उसकी तलाश की गयी। सांस ने बताया कि जब सिड़कुल पुलिस ने कट्टे में बंद शव बरामद किया था। उस वक्त वह भी वहीं पर अपनी बहू की तलाश में भटक रही थी। उसको क्या पता था कि कट्टे में बंद उसकी बहु का शव है।

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