उत्तराखंड सहकारिता के क्षेत्र में नई पहचान बना रहा है : धन सिंह

हरिद्वार। ऋषिकुल मैदान में आयोजित सहकारिता मेला 2025 के चौथे दिन सहकारिता विभाग द्वारा स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अपने संबोधन में मंत्री ने कहा कि पूरे देश में इस वर्ष को सहकारिता वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। इसी क्रम में उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में सहकारिता मेलों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मेलों का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक स्वयं सहायता समूहों (SHG) और महिला समूहों को सहकारिता से जोड़ना है, साथ ही स्थानीय उत्पादों की ब्रांडिंग कर उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है। मंत्री रावत ने कहा कि उत्तराखंड सहकारिता के क्षेत्र में नई पहचान बना रहा है। अब तक 30 लाख लोग सहकारिता से जुड़ चुके हैं और 50 लाख लोगों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया है, जिसके परिणामस्वरूप सहकारी समितियों के चुनाव में 250 महिलाएं अध्यक्ष, 160 उपाध्यक्ष और 2500 महिलाएं बोर्ड सदस्य चुनी गई हैं। सहकारिता को मजबूत करने के लिए हर गांव में एक सोसाइटी बनाने और 1200 नई सोसाइटी स्थापित करने का कार्य जारी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सहकारिता मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में सहकारिता विभाग को अलग मंत्रालय के रूप में स्थापित किए जाने पर आभार व्यक्त किया। साथ ही बताया कि राज्य में प्रत्येक जिले में 3 लाख लखपति दीदी तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए निरंतर कार्य हो रहा है। कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को चेक वितरित किए गए। इसमें अलंकारिक मत्स्यजीवी समिति को 15.60 लाख, गणेश आजीविका स्वयं सहायता समूह को 6 लाख तथा मानिकपुर आदमपुर ब्लॉक की मत्स्यजीवी समिति को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। दिन दयाल उपाध्याय सहकारिता किसान योजना के तहत 10 लोगों को ऋण चेक दिए गए। कार्यक्रम में बच्चों ने मलखम, योगाभ्यास, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथि का स्वागत पुष्पगुच्छ, शॉल और स्मृति चिन्ह देकर किया गया।
