
सेंट्रल जोन में अराजपत्रित श्रेणी में किया प्रथम स्थान प्राप्त
हरिद्वार। प्रधानाचार्य व पुलिस उपमहानिरीक्षक अरुण मोहन जोशी के कुशल नेतृत्व में संस्थान के समस्त स्टाफ की अथक मेहनत, लगन एवं प्रयासों के चलते संस्थान द्वारा प्रशिक्षण के क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान स्थापित किये जा रहे हैं, जिसमें अब यूनियन होम मिनिस्टर ट्रॉफी का विजेता होना भी जुड़ गया है। उत्तराखंड गठन के पश्चात पहली बार किसी पुलिस प्रशिक्षण संस्थान को यह गौरव प्राप्त हुआ है। इस प्रतियोगिता में उत्तराखंड से एटीसी हरिद्वार के अतिरिक्त पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय नरेन्द्र नगर, रिक्रूट प्रशिक्षण केंद्र देहरादून द्वारा भी प्रतिभाग किया गया था। एटीसी हरिद्वार द्वारा दिल्ली, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मणिपुर जैसे राज्यों के प्रशिक्षण संस्थानों को अराजपत्रित श्रेणी में पीछे छोड़ते हुए सेंट्रल जोन में प्रथम स्थान हांसिल किया। कोरोना काल के चलते जहाँ अन्य प्रशिक्षण संस्थान प्रशिक्षण सम्बंधित गतिविधियों को पटरी पर लाने के लिये जदोजहद में लगे थे वहीं एटीसी हरिद्वार ने अपना खुद का ऑनलाइन प्रशिक्षण सिस्टम विकसित करते हुए कुंभ मेला प्रशिक्षण सहित 45 कोर्सों में 6029 कार्मिकों को प्रशिक्षित करने का नया कीर्तिमान स्थापित किया। बीपीआर एण्ड डी द्वारा भी एटीसी हरिद्वार के इस ऑनलाईन प्रशिक्षण सिस्टम की प्रसंशा करते हुए इस पर अपनी मुहर लगा दी है। विगत वर्षों की भांति इस बार भी गृह मंत्रलय तथा पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा वर्ष 2020-21 के लिए देश के विभिन्न पुलिस व अर्द्धसैनिक बलों के प्रशिक्षण संस्थानों में से राष्ट्रीय तथा जोन स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण संस्थानों का चयन किये जाने हेतु यूनियन होम मिनिस्टर ट्रॉफी का आयोजन किया गया। उक्त प्रतियोगिता को 03 श्रेणियों 1- राजपत्रित, 2- अराजपत्रित 3- अन्य रैंकस के प्रशिक्षण संस्थानो में विभाजित किया गया। उक्त प्रतियोगिता मुख्यतः सामान्य व्यवस्था, ढांचागत प्रशिक्षण व्यवस्था, प्रशिक्षण का तरीका, पठन-पाठन सामग्री तथा प्रशिक्षकों की गुणवत्ता से सम्बंधिात 29 बिंदुओं पर आधारित रही। 18 नवम्बर 2021 को प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल के समक्ष तत्कालीन उपप्रधानाचार्य सुरजीत सिंह पंवार द्वारा ऑनलाइन प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रतियोगिता के निर्धाारित 29 बिंदुओं पर संस्थान से सम्बंधित विभिन्न तथ्यात्मक जानकारी दी गई। उपप्रधानाचार्य द्वारा संस्थान की स्थापना एवं वर्तमान में उपलब्ध प्रशिक्षण सुविधाओं के सम्बंध में आवश्यक जानकारी देते हुए बताया गया कि संस्थान द्वारा अपनी स्थापना से लेकर अब तक 250 कोर्सों में लगभग 17025 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है साथ ही वर्ष 2020-21 के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से अनुपालन करते हुए कुम्भ प्रशिक्षण सहित कुल 45 ऑनलाइन व ऑफलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में रिकॉर्ड 6029 पुलिस कार्मिकों को प्रशिक्षित किये जाने का कीर्तिमान भी स्थापित किया। उपप्रधानाचार्य द्वारा संस्थान में प्रशिक्षणार्थियों की आवासीय व्यवस्था हेतु निर्मित 05 हॉस्टलों में उपलब्ध 266 बिस्तरों की व्यवस्था के सम्बंध में जानकारी देते हुए साथ ही साथ स्थापित क्लब-जिम-स्विमिंग पूल-खेल व्यवस्थाओं-मनोरंजन गृह-चिकित्सालय-पुस्तकालय के बारे में भी बताया गया। इसके अतिरिक्त अंतःबाह्य कक्ष प्रशिक्षण स्टाफ की दक्षता एवं उनकी संख्या, संस्थान से जुड़े विभिन्न राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय अतिथि वक्ताओं की उपलब्धता, कोविड काल में विकसित की गई ऑनलाइन प्रशिक्षण व्यवस्था, पुलिस से अतिरिक्त अन्य विभागों के कार्मिकों को दिए गए प्रशिक्षण, मिनी फोरेंसिक लैब की व्यवस्था, संस्थान द्वारा उपयोग में लाये जा रहे प्रशिक्षण के आधुनिक तौर तरीकों, पठन-पाठन सामग्री, संस्थान की सोशल मीडिया पर उपस्थित के सम्बंध में भी अवगत कराया गया। उपप्रधानाचार्य ने बताया गया कि 2020-21 के दौरान जहां संस्थान के एक भी कर्मी को दंडित नही किया गया, वहीं अभी तक संस्थान के अन्तःबाह्य प्रशिक्षण स्टाफ को 18 मेडल एवं 64 नकद पुरुस्कारों से नवाजा गया। संस्थान द्वारा प्राप्त इस उपलब्धि के लिए अशोक कुमार पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड पुलिस, पूरण सिंह रावत पुलिस महानिरीक्षक प्रशिक्षण, अरुण मोहन जोशी प्रधाानाचार्य एटीसी हरिद्वार, सुश्री अरुणा भारती उपप्रधानाचार्य एटीसी हरिद्वार एवं सुरजीत सिंह पंवार उपसेनानायक 40 बटालियन पीएसी हरिद्वार के द्वारा संस्थान के समस्त स्टाफ को बधाई और शुभकामनाएं दी।