नई दिल्ली। दिल्ली की सड़कों पर जल्द ही यात्रियों को इलेक्ट्रिक बसों में सफर का मौका मिलेगा। आधुनिक सुविधाओं से लैस ई-बसें दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के बेड़े में चरणवार शामिल की जाएंगी। साल के अंत तक इसकी शुरुआत कर दी जाएगी। बसों के परिचालन के लिए डीटीसी की ओर से चार्जिंग स्टेशन, बैटरी सहित दूसरी सुविधाएं विकसित करने के लिए विस्तृत खाका तैयार किया जा रहा है। ई-बसों का रंग ओशन ब्लू (समुंद्री नीला) होगा, जो इनकी खूबसूरती को बढ़ाएगा। ई-बसों का परिचालन शुरू होने से दिल्लीवासियों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। फिलहाल डीटीसी के बेड़े में करीब 3800 बसें हैं, लेकिन पुरानी होने की वजह से कई बार यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नई बसों के तौर पर ई-बसें शामिल होने से बसों की कमी से होने वाली परेशानी के साथ-साथ प्रदूषण स्तर में भी कमी आएगी। डीटीसी के प्रबंध निदेशक विजय कुमार बिधूड़ी का कहना है कि मार्च 2021 में ही इलेक्ट्रिक बसों के लिए वर्क ऑर्डर जारी कर दिया था। कोरोना काल में भी ई-बसों को प्राथमिकता के तौर पर लेते हुए नवंबर से बेड़े में शामिल करने की शुरुआत कर दी जाएगी। इन बसों के लिए सभी जरूरी सेवाएं भी विकसित की जा रही हैं, ताकि चार्जिंग आदि सुविधाएं उपलब्ध हो सके। दिल्ली सरकार ने क्लस्टर के तहत 465 ई-बसों को शामिल करने की दिशा में पहल कर दी है। क्लस्टर और डीटीसी में ई-बसों के शामिल होने से यात्रियों को दिल्ली में मिलने वाली परिवहन सेवाओं में भी काफी सुधार की उम्मीद है। मार्च, 2022 तक डीटीसी के बेड़े में 300 बसें शामिल हो जाएंगी। यात्रियों को मेट्रो से कम खर्च में बेहतर सुविधाओं का इस्तेमाल करने का मौका मिल सकेगा। ई-बसों के लिए सुभाष प्लेस डिपो, मायापुरी डिपो, रोहिणी-2, राजघाट-2 डिपो और मुंडेला कलां डिपो में पार्किंग की सुविधा होगी। कंपनी को ई-बसें मुहैया करवाने के लिए ऑर्डर किए जा चुके हैं। एक बार फुल चार्ज होने पर बस करीब 140 किलोमीटर चलेगी। चार्जिंग में आने वाले खर्च का वहन डीटीसी करेगी।