कुल्लू। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के ऐतिहासिक गांव मलाणा में भंयकर अग्निकांड में बड़ी संख्या में मकान जलकर खाक हुए हैं। मंगलवार देर रात की इस घटना में हालांकि, जानी नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन ढाई मंजिला लकड़ी के दर्जनों मकान जलकर राख हुए हैँ। फिलहाल, प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची हुई है। जानकारी के अनुसार, देर रात को आग लगने से रातभर गांव में अफरा-तफरी मची रही। गांव में आग बुझाने के लिए ग्रामीणों के पास पर्याप्त की पानी की व्यवस्था नहीं थी और मकानों में रखे लकड़ी और घास से आग ज्यादा फैली है। सड़क सुविधा ना होने से गांव तक अग्निशमन विभाग की गाड़ी भी नहीं पहुंच पाई। प्रशासन ने रात को होमगार्ड के दर्जनों जवानों की टीम घटना स्थल पर भेजी थी। बताया जा रहा है कि 18 घर आग की चपेट में आ गए हैं। एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला घटना स्थल पहुंचे हुए हैं। सुबह आग पर काबू पाया गया है। हालांकि, बताया जा रहा है कि 16 घर आग की चपेट में आ गए हैं। एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला घटना स्थल पहुंचे हुए हैं। राजस्व विभाग के अधिकारी नुक्सान का आंकलन कर रहे हैं। डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग भी घटना स्थल के लिए रवाना हुए हैं। उनका कहना है कि प्रशासन की तरफ से सभी पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद दी जाएगी। एसडीएम कुल्लू से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मलाणा की धारा बेहद गांव में रात्रि लगभग 1रू30 बजे एक मकान में आग लग गई और देखते ही देखते तेजी से लगभग आधे गांव को अपनी चपेट में ले लिया। 16 मकान पूरी तरह से जलकर तबाह हो चुके हैं। 38 परिवार प्रभावित हुए हैं। उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक एसडीएम तथा राहत व बचाव दल मलाणा गांव पहुंच चुके हैं। वास्तविक नुकसान का आकलन किया जा रहा है तथा प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री वितरित की जा रही है। मलाणा में लगी आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है। मलाणा गांव सैलानियों के बीच खूब मशहूर है। दुनियाभर से लोग यहां घूमने के लिए आते हैं। हालांकि, मलाणा तक पहुंचना बहुत ही मुश्किल है। यहां के लिए कोई स़ड़क मार्ग नहीं है।