वाशिंगटन। भारतीय आध्यात्मिक नेता श्री श्री रविशंकर को महात्मा गांधी एवं डॉ मार्टिन लूथर किंग जूनियर के शांति एवं अहिंसा के संदेशों का प्रसार करने में उनके अथक प्रयासों के लिए अटलांटा में ‘गांधी पीस पिलग्रिमेज’ पुरस्कार प्रदान किया गया है। श्री श्री रविशंकर को डॉ मार्टिन लूथर किंग जूनियर के भतीजे इसाक फार्रिस और अटलांटा में भारत की महावाणिज्य दूत डॉ स्वाति कुलकर्णी की उपस्थिति में अमेरिका के गांधी फाउंडेशन ने यह प्रतिष्ठापूर्ण पुरस्कार प्रदान किया।
प्रशस्ति पत्र में कहा गया है कि दुनिया में जो बदलाव हम देखना चाहते हैं, उसके प्रति विवेक, अंतर्दृष्टि तथा गांधी-किंग के शांति एवं अहिंसा के उपदेशों से प्रेरित होकर मानवता की सेवा करने को लेकर आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर को यह पुरस्कार प्रदान किया गया है। श्री श्री रविशंकर ने अपने संदेश में कहा कुछ संदेश कालातीत संदेश होते है। इस श्रेणी में मार्टिन लूथर किंग और महात्मा गांधी के संदेश बहुत प्रासंगिक हैं। वे हर पीढ़ी में हर उम्र के लिए बिल्कुल नए हैं। कभी-कभी यह और प्रासंगिक हो जाते हैं। आज की दुनिया में, जहां हम ऐसी ध्रुवीकरण एवं तनाव से जूझ रहे हैं, शांति का संदेश ऊंचा एवं स्पष्ट होना चाहिए।