नई दिल्ली । बैंकों से धोखाधड़ी कर भागे हीरा कारोबारी नीरव मोदी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ा ऐक्शन लिया है। एजेंसी ने हॉन्गकॉन्ग में नीरव मोदी की २५३.६२ करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। इस पंत्ति में हीरे, ज्वेलरी और बैंक में जमा रकम शामिल हैं। एजेंसी का कहना है कि अब तक नीरव मोदी की ओर से धोखाधड़ी के मामले में २६५०.०७ करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। फिलहाल पंजाब नेशनल बैंक समेत कई वित्तीय संस्थाओं के साथ धोखाधड़ी करने वाला नीरव मोदी ब्रिटेन में रह रहा है। उसके प्रत्यर्पण के लिए भी सरकार की ओर से प्रयास किए गए हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस सफलता नहीं मिल सकी है।
जून के आखिरी सप्ताह में ही उनके प्रत्यर्पण के मामले में एक और आपत्ति दायर की है। इस मामले में अब अदालत ने अक्टूबर में सुनवाई का फैसला लिया है। इससे साफ है कि नीरव मोदी का प्रत्यर्पण का मामला और जटिल हो गया है। नीरव मोदी के वकील ने अदालत में कहा कि यदि उसका प्रत्यपर्पण किया जाता है तो वह आत्महत्या कर सकते हैं। ऐसे में उनका प्रत्यर्पण करना गलत होगा।
यही नहीं नीरव मोदी का कहना है कि उसे भारत की जेलों में बेहद खराब स्थिति में रहना होगा। इस बीच ईडी की इस कार्रवाई ने नीरव मोदी पर थोड़ा शिकंजा जरूर कसा है। गौरतलब है कि शराब कारोबारी विजय माल्या, हीरा कोराबारी मेहुल चोकसी और नीरव मोदी के देश से धोखाधड़ी कर भागने के मामले में अकसर सरकार विपक्ष के हमलों का भी सामना करती रही है।