नई दिल्ली । भारतीय महिला हॉकी टीम आजकल आगामी विश्व कप में ऐतिहासिक पोडियम स्थान हासिल करने के प्रयासों में लगी हुई है। इसके लिए उसका लक्ष्य नीदरलैंड और स्पेन की संयुक्त रूप से मेजबानी में होने वाले एफआईएच के इस शीर्ष टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन करना है। यह टूर्नामेंट एक से 17 जुलाई तक खेला जाएगा। टीम की कप्तान सविता को लगता है कि राष्ट्रीय महिला हॉकी टीम आगामी विश्व कप में पोडियम स्थान हासिल करने में सफल रहेगी।
भारतीय महिला हॉकी टीम पिछले साल ओलंपिक में ऐतिहासिक चैथे स्थान पर रही थी और सविता ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक के बाद टीम के अंदर ऐसा माहौल बना है कि अब वह बड़े टूर्नामेंट में किसी भी टीम का मुकाबला करने में सक्षम बन गयी है।
उन्होंने कहा, ‘ओलंपिक के बाद हमने अपना ध्यान अपने प्रदर्शन को अगले स्तर तक ले जाने में लगाया। हमने अपनी शक्ति एफआईएच प्रो लीग में अच्छा करने पर लगायी और इस प्रतिष्ठित लीग में तीसरा स्थान हासिल किया जिससे विश्व कप से पहले हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा।श् भारत का विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन चैथा स्थान रहा है जो उसने 1974 के शुरूआती चरण में हासिल किया था। वहीं 2018 में भारत आठवें स्थान पर रहा था।
उन्होंने कहा, ‘हम विश्व कप में खेलने के लिये काफी उत्साहित हैं। हम बस एक इकाई के तौर पर खेलना चाहते हैं। हमारे लिये ओलंपिक एक शानदार अनुभव था। हमने वहां से काफी कुछ सीखा और हमारा मानना है कि हमें एकजुट होकर खेलना होगा और कड़ी चुनौती देनी होगी।श् सविता ने कहा, ‘ओलंपिक के बाद हमारी टीम की हर खिलाड़ी प्रेरणा से भरी हुई है और पूरी तरह से अपना ध्यान खेल पर लगाये हुए हैं। हम अच्छी टीमों के खिलाफ खेलना चाहते हैं।श् विश्व कप में भारतीय महिला हॉकी टीम पूल बी में इंग्लैंड, चीन और न्यूजीलैंड के साथ है। टीम अपना पहला मुकाबला तीन जुलाई को इंग्लैंड के खिलाफ खेलेगी।
एफआईएच प्रो लीग में अपने पदार्पण में ही भारतीय महिला टीम ने नीदरलैंड और अर्जेंटीना जैसी बड़ी टीमों को कड़ी चुनौती देकर तीसरा स्थान हासिल किया। सविता ने कहा, ‘भारतीय महिला हॉकी टीम ने कभी भी विश्व कप में पदक नहीं जीता है और हमारा लक्ष्य इस बार इस सपने को साकार करने का है।श् एक इकाई के तौर पर खेलना विश्व कप में सफलता हासिल के लिए सबसे जरुरी है।