युद्ध सम्मान दिवस पर 1965 के भारत-पाक युद्ध के योद्धाओं को सम्मानित किया
ऋषिकेश। 8वीं गढ़वाल राइफल के पूर्व सैनिकों ने युद्ध सम्मान दिवस धूमधाम से मनाया। कार्यक्रम में वर्ष 1965 के भारत-पाक युद्ध में शामिल योद्धाओं को सम्मानित किया गया। सोमवार को रायवाला स्थित मिडवे रिसोर्ट में 8वीं गढ़वाल राइफल ने कार्यक्रम आयोजित किया। पूर्व सैनिकों ने युद्ध सम्मान दिवस पर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में 1965 के भारत-पाक युद्ध में भाग लेने वाले सूबेदार ऑनरेरी कैप्टन हुकुम सिंह नेगी, हवलदार राजेन्द्र प्रसाद मनोड़ी, राइफल मैन सोबन सिंह भंडारी और वीर नारी राधा भंडारी को सम्मानित किया गया। युद्ध के अनुभव साझा करते हुए हुकुम सिंह नेगी ने कहा कि पाकिस्तान ने धोखे से हमारे सैनिकों को मारा। सूबेदार मेजर ऑन. ले. होशियार सिंह नेगी ने कहा कि संगठन में शक्ति होती है और हमें संगठित होकर रहने की आवश्यकता है। सुख दुख में संगठन काम आता है। इससे हम अपनी समस्याओं को साझा कर उनका निराकरण कर सकते हैं। गढ़वाल राइफल की यह बटालियन सबसे पहले लाहौर सेक्टर में दाखिल हुई थी। उसने यहां पाक की अग्रिम चैकी बटुर डॉगरण्डी चैकी पर कब्जा करके तिरंगा फहराया था। उसी की याद में प्रतिवर्ष 8वीं गढ़वाल युद्ध सम्मान दिवस मनाती है। इस दौरान संगठन में शामिल हुए नए सदस्य दलबीर सिंह चैहान, मनमोहन शर्मा, देवेंद्र सिंह रावत, सिप्पल सिंह चैहान, आशीष रावत, हेमवती नंदन और हीरा सिंह का स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन संगठन के अध्यक्ष पूरण सिंह कंडारी ने किया। मौके पर संगठन के संरक्षक धनपाल सिंह कलूड़ा सहित लगभग 60 पूर्व सैनिकों ने समारोह में हिस्सा लिया।