चित्तूर। आंध्र प्रदेश के चित्तूर में एक 10वीं की छात्रा ने सुसाइड से पहले अपने माता-पिता को भावुक नोट लिखा। नोट में उसने उस घटना का भी जिक्र किया, जिसकी वजह से उसने यह खौफनाक कदम उठाया है। चित्तूर के छोटे से शहर पालमनेर की रहने वाली मिस्बाह फातिमा के पिता सोडा विक्रेता हैं। छात्रा गंगावरम के ब्रह्मर्षि हाई स्कूल में पढ़ रही थी।
मिस्बाह फातिमा ने सुसाइड से पहले अपने पिता और परिवार से सॉरी कहते हुए एक भावुक सुसाइड नोट लिखा था। मिस्बाह ने सुसाइड नोट में इस बात का जिक्र किया कि उसकी क्लास में एक छात्रा है, जिसके पिता ने मिस्बाह को स्कूल से निकालने के लिए स्कूल मैनेजमेंट पर दबाव बनाया, ताकि उनकी बेटी कक्षा में टॉप कर सके। इतना ही नहीं, प्रिंसिपल ने उसे बिना किसी कारण के स्कूल से निलंबित कर दिया। इस वजह से वह काफी निराश और दुखी हो गई।
वहीं, मिस्बाह के परिवार ने आरोप लगाया है कि पुलिस आरोपी के खिलाफ तेजी से कार्रवाई नहीं कर रही है, क्योंकि आरोपी सत्तारूढ़ पार्टी का नेता है। इसी बीच तेलुगु देशम पार्टी एमएलसी और पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू के बेटे लोकेश ने मिस्बाह फातिमा के सुसाइड के लिए वाईएसआर सीपी नेता सुनील को जिम्मेदार ठहराया। लोकेश ने आरोप लगाया कि मिस्बाह ने वाईएसआर सीपी नेता सुनील की बेटी की तुलना में अधिक नंबर हासिल किए थे। इसलिए मिस्बाह को परेशान किया जाने लगा।
उसे लगातार धमकियां मिल रही थीं। धमकियां भी और कोई नहीं, बल्कि स्कूल के प्रिंसिपल की ओर से दी जा रही थीं। लिहाजा मिस्बाह फातिमा ने सुसाइड जैसा कदम उठा लिया। लोकेश ने वाईएस जगन रेड्डी सरकार से वाईएसआरसीपी नेता सुनील और ब्रह्मर्षि स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ तत्काल कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।