हरिद्वार । जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय के निर्देशन, अपर जिलाधिकारी पीएल शाह के मुख्य संयोजन एवं नोडल अधिकारी डा. नरेश चैधरी के संयोजन में सम्पूर्ण कांवड़ मेला 2022 के दौरान बीईजी आर्मी के तैराक दल अपनी मोटरबोटों एवं सभी संसाधनों के साथ कांवड़ियों की सुरक्षा के लिये गंगा के विभिन्न घाटों पर तैनात होकर मुस्तैदी से 132 शिवभक्त कांवडियों को बीईजी आर्मी तैराक दल ने गंगा में डूबने से बचाया। कांवड़ मेला 2022 में बीईजी आर्मी तैराक दल के उत्कृष्ठ सराहनीय कार्यों के लिये जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने मेला नियंत्रण भवन में विशेष सम्मान समारोह में दल के सभी सैनिकों को प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। जिलाधिकारी ने कहा कि कांवड मेला 2022 चुनौतीपूर्ण था क्योंकि विगत दो वर्षों में कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के कारण कोई भी स्नान पर्व नहीं हो पाया था। पूर्व में ही अनुमान लगाया जा रहा था कि इस वर्ष शिवभक्त कांवडियों की संख्या बहुत अधिक होगी और कांवड मेला सम्पन्न होने पर शिवभक्त कांवडियों की आस्था और उत्साह से शिवभक्त कांवड़ियों की संख्या लगभग 4 करोड़ पहुंच गयी। सम्पूर्ण कांवड़ मेले में सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, स्वयंसेवी संस्थाओं और सामाजिक संस्थाओं ने जो कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग किया वह अतुलनीय है। जिलाधिकारी ने बीईजी आर्मी तैराक दल के सभी सैनिकों की विशेष सराहना करते हुए कहा कि शिवभक्त कांवड़ियों की जान बचाकर जो पुण्य कार्य बीईजी आर्मी के सैनिकों ने किया वह भी देश की सीमाओं पर सेना द्वारा रक्षा करने के समान ही है इसके लिये सेना के प्रत्येक सैनिक को जिला प्रशासन का सलाम है। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने रेड क्रास सचिव/नोडल अधिकारी डा. नरेश चौधरी को भी सम्पूर्ण मेला अवधि में उत्कृष्ठ कार्यों एवं सराहनीय समन्वय के लिये विशेष रूप से प्रमाण पत्र एवं प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। जिलाधिकारी ने कहा कि डा. नरेश चौधरी को जो भी कार्य दिया जाता है उस कार्य को डा. नरेश चौधरी बडी कर्मठता और समर्पित भावना से करते हैं, जिसके लिये डा. चैधरी विशेष रूप से सम्मान के हकदार हैं। सम्पूर्ण कांवड मेला अवधि में बीईजी आर्मी के कमाण्डेण्ट राजेश सिंह (वि.से.मे.) के निर्देशन में डिप्टी कमाण्डेंट संजीव पठानिया, कर्नल एसके मानव, ले. कर्नल महीप सिंह, ले. कर्नल प्रतीक गुप्ता, मेजर एस. चक्रवर्ति, सूबेदार खेमसिंह, नायाब सूबेदार लखबीर सिंह, हवलदार अमनदीप सिहं, हवलदार गुरप्रीत सिंह, हवलदार मन्दीप सिंह, हवलदार मनप्रीत सिंह, सैपर्स राहुल सिंह रावत, भाष्कर सीना, संग्राम साहु, अमूल सिंह, दीपांशु चौधरी, मेघराज जाट, रामू पाल, रोहित सिंह ने सक्रिय सहभागिता की।