नई दिल्ली । बैंकों को कितनी आसानी से चूना लगाया जा सकता है इसका ताजा उदाहरण भगवान कृष्ण की नगरी कहे जाने वाले मथुरा से आ रहा है। बाप-बेटी ने मिलकर बड़ी आसानी से बैंक को 2.8 करोड़ का चूना लगा दिया और बैंक को भनक तक नहीं लगी। बाप-बेटी बैंक में सोना लाते और बैंक वाले उन्हें लोन पर लोन देते रहते। इस तरह बाप-बेटी ने मिलकर बैंक से 2.8 करोड़ का लोन ले लिया। फर्जी सोना देकर लोन लेने का कारोबार खूब फल फूल रहा था कि अचानक बैंक में ऑडिट हो गई और सारा खेल समझ में आ गया। पुलिस ने बंटी-बबली वाली बाप बेटी की जोड़ी को धर लिया। पूछताछ हुई कि भई बैंक को नकली सोने का चूना लगाया तो लगाया कैसे? पता चला इसमें बाप-बेटी ही नहीं और भी लोग शामिल हैं। दरअसल बैंक ऑथराइज्ड ज्वेलर्स के एक कर्मचारी के साथ मिलकर ये पूरा सिस्टम सेट किया गया था। बैंक ऑथराइज्ड ज्वेलर्स में काम करने वाला कर्मचारी फर्जी सोने के गहनों का असली सर्टिफिकेट बनाकर दे देता था। बाप-बेटी बैंक जाते और उसी फर्जी सर्टिफिकेट को दिखाकर अपना फर्जी सोना बैंक को देकर बैंक से असली नोट लेकर बाहर आ जाते। बैंक को चूना लगाने का ये फॉर्मूला इतना हिट हो गया कि इस खेल में लोग बढ़ते चले गए। पुलिस इस मामले में 16 लोगों से पूछताछ कर रही है। मथुरा एसएसपी गौरव ग्रोवर के मुताबिक ये गैंग दो राष्ट्रीय बैंकों को ज्यूलरी के फर्जी सर्टिफिकेट दिखाकर बार बार लोन लेता रहा। इस मामले में पुलिस ने गिरोह के मास्टरमाइंड राजेश अग्रवाल और उसकी बेटी श्रेया अग्रवाल को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा बैंक ऑथोराइज्ड ज्वेलरी शॉप में काम करने वाले सुहेल और धर्मेंद्र सोनी को भी पुलिस ने धर दबोचा है। पुलिस पूछताछ में पता चला कि राजेश अग्रवाल खुद सोनार है और अपनी दुकान में नकली सोना बेचता है। गिरोह ने मिलकर एक बैंक से 1 करोड़ 45 लाख और दूसरे बैंक से 1 करोड़ 35 लाख का लोन उठा रहा है।