नई दिल्ली। जिले के दो डॉक्टरों को नकली सोने के सिक्के देकर 80 लाख रुपये ठगने वाले पन्नालाल, उसकी पत्नी व तीन बेटों से क्राइम ब्रांच एनआइटी को कई चैंकाने वाली बातें पता चली हैं। पांचों जेल में हैं। क्राइम ब्रांच प्रभारी नरेंद्र शर्मा के अनुसार नकली सोने के सिक्कों को असली बताकर डॉक्टरों से ठगी करना इस परिवार की तीन पीढ़ियों से चल रहा है। गंगाराम ने बेटे पन्नालाल को सिखाया था, जहां रहो उसके आस-पास ठगी मत करो, दूर जाकर करो। अब तक पन्नालाल इस बात को मानता था। पिछले दिनों उसकी बहन की मौत हो गई थी, इसलिए वह बाहर ठगी करने नहीं जा सका। रुपये भी खत्म हो गए थे, इसलिए उसने पहली बार अपने गृह क्षेत्र फरीदाबाद में ही ठगी कर ली। पहली बार में ही पूरा परिवार पकड़ा गया। पहले पन्नालाल का पिता गंगाराम ठगी करता था। वह ठगी के लिए मुंबई जाता था। उसने पन्नालाल को ठगी करना सिखाया। पन्नालाल ने अपने बेटों धर्मेंद्र, राजन और नितिन को भी ठगी करना सिखा दिया। नकली सोने के सिक्के या ईंट दिखाकर ठगी का तरीका नूंह में बहुत प्रचलित है। कई गिरोह इसमें संलिप्त हैं। गिरोह ठगी के इस तरीके को टटलू काटना कहते हैं। यह गिरोह केवल डॉक्टरों को निशाना बनाता था। इनका मानना है कि डॉक्टरों के पास काफी रुपये होते हैं। पूरा दिन वे क्लीनिक पर बैठते हैं। इसलिए लोगों से मिलने और दुनियादारी की बातों के लिए उनके पास समय नहीं होता। अखबारों में ठगी की खबरें भी वे नहीं पढ़ पाते। इस कारण वे आसानी से ठगी में जाते हैं।