रुद्रपुर। नानकमत्ता में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या का पर्दाफाश कर भले ही पुलिस ने तीन हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन इसमें शामिल चौथा आरोपित अभी भी फरार चल रहा है। ऐसे में पुलिस और एसओजी की तीन टीम फरार हत्यारे की तलाश में उत्तर प्रदेश और दिल्ली के साथ ही जिले में भी दबिश दे रही है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक फरार हत्यारोपित की गिरफ्तारी के बाद हत्या से जुड़े कई और मामलों से परदा उठेगा। 28 दिसंबर को ग्राम सिद्दा के देवहा नदी किनारे दो युवकों के शव मिले थे। जिनकी पहचान बाद में ज्वैलर्स अंकित रस्तोगी उर्फ अजय पुत्र शिवशंकर रस्तोगी और उसके ममेरे भाई उदित रस्तोगी पुत्र अनिल रस्तोगी के रूप में हुई थी। जब नानकमत्ता पुलिस मृतक के घर पहुंची तो अंदर अंकित रस्तोगी की माता आशा देवी पत्नी शिवशंकर रस्तोगी और उसकी नानी सन्नो देवी के शव भी बरामद हुए थे। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हत्या के कारणों का पता लगाने के साथ ही हत्यारोपितों तक पहुंचने का प्रयास शुरू कर दिया था। जांच के दौरान मिले साक्ष्य के आधार पर सोमवार को पुलिस ने नानकमत्ता निवासी रानू रस्तोगी, रुद्रपुर, सुभाष कालोनी निवासी विवेक वर्मा और मुकेश शर्मा उर्फ राहुल रस्तोगी को गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ में उन्होंने बताया कि हत्या लूट के मकसद से की गई थी और उनका चौथा साथी खटीमा निवासी सचिन सक्सेना भी घटना में शामिल था। इस पर पुलिस और एसओजी की तीन टीम हत्या में फरार चौथे आरोपित सचिन की तलाश में जुट गई है। एसपी सिटी ममता बोहरा ने बताया कि सचिन की हत्या में रानू मंडल के बाद अहम भूमिका सामने आई है।
सचिन ही अंकित और उदित को अपने साथ जन्मदिन की पार्टी के नाम पर ले गया है। सचिन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस हत्या से जुड़े कई और राज का पर्दाफाश करेगी। बताया कि उसकी धरपकड़ को पुलिस और एसओजी की टीम जिले के साथ ही दिल्ली और उत्तर प्रदेश में दबिश दे रही है। हत्यारोपित तक पहुंचने के लिए कुछ संदिग्धों से भी पूछताछ की जा रही है, जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।