-जंगलात की भूमि पर दर्जनों मकान बनाने की कही जा रही बात
काशीपुर। काशीपुर तहसील अंतर्गत ग्राम किलावली में खसरा नंबर 212 में आबादी बनाकर लगभग 70 वर्ष से अधिक समय से रह रहे वाशिंदों ने मुख्यमंत्री व कुमाऊं आयुक्त आदि को पत्र प्रेषित कर अवगत कराया है कि वे गरीब लोग है और कर्जा लेकर अपने मकान बनाकर अपने अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। बिजली कनैक्शन भी उनके नाम हैं। कहा कि जब यह आबादी बनी थी तब उक्त आराजी अन्य बंजर के खाते में दर्ज थी। वर्तमान में उन्हें बताया गया है कि उक्त आराजी जंगलात के खाते में दर्ज कर दी गई है जोकि गलत है। उन्हें बेदखल करने और उनके बने पक्के मकानों को गिराने के लिए जंगलात वाले ग्राम किलावली में दल-बल के साथ आये। रोकने पर वे कह गये कि किसी दिन भी आकर मकान गिरा देंगे। उक्त लोगों का कहना है कि उन्हें कानून के बारे में कोई जानकारी नहीं है, जबकि सरकार द्वारा स्वामित्व योजना के तहत आबादी वाली भूमि पर अधिकार दिये गये हैं जिसमें कब्जेदारों के नाम भी दर्ज किये गये हैं। इसमें उन्हें सरकारी योजना का भी कोई लाभ नहीं दिया गया। इस पर भी वे कुछ नहीं कर पाये। यदि उन्हें बेदखल किया गया तो वे कहां जायेंगे। सैंकड़ाभर लोगों के हस्ताक्षर युक्त इस पत्र में मांग उठाई गई है कि जंगालात विभाग को आदेश दिया जाये कि उन्हें उनकी बनी आबादी से बेदखल न किया जाये और उनको उनके घरो में ही रहने दिया जाये।