नजम खान ने अर्जित की अकूत संपत्ति
तीन करोड़ रूपए मूल्य का सामान चार आरोपियों से क्या बरामद
अनिल शर्मा
ठाकुरद्वारा (मुरादाबाद )
क्राइम ब्रांच की टीम ने छापा मारकर वाहन चोरों के अंतर राज्य गिरोह का पर्दाफाश करते हुए करीव तीन करोण रुपये मूल्य का सामान चार आरोपियों के कब्जे से बरामद किया है । गिरोह के सरगना मुखिया सहित चार लोग पकड़े गए हैं । कार्य भाई गाजियाबाद क्राइम ब्रांच की टीम ने की है । इस कार्यवाही के चलते स्थानीय पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं ।
गाजियाबाद क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान सिद्दीकी के मुताबिक 28 अगस्त को सूचना मिली कि दिल्ली एनसीआर में पश्चिमी यूपी में सक्रिय चार पहिया वाहन चोरों का गिरोह ठाकुरद्वारा क्षेत्र में सक्रिय है । पुख्ता सबूतों के आधार पर क्षेत्र के गांव कमालपुर में स्थित तीन गोदाम पर सिलसिलेवार छापेमारी की गई चार पहिया वाहनों के पार्ट्स भरे थे । तीन कारें पुलिस के हाथ लगी 70 वाहनों के पास बरामद हुए बरामद सामान में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बनी ध्वनि चाबियां ड्रिल मशीन वे फर्जी नंबर प्लेट शामिल है मौके से गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान ठाकुरद्वारा नगर के चक्की वाली गली मोहल्ला फैजुल्लागंज निवासी नजब खान पुत्र कल्लन खान, उत्तराखंड के थाना काशीपुर के गांव ढीमरखेड़ा निवासी इरफान पुत्र हनीफ उर्फ गामा, गांव पनेरा ब्रजघाट निवासी रवि जाटव पुत्र शिवराज सिंह, अनीस अहमद पुत्र अनवर अहमद निवासी गली नंबर 18 / 1 मुस्तफाबाद दिल्ली के रूप में की गई पांचवा आरोपी दीपांशु पुत्र विपिन चौहान निवासी बाबूगढ़ फरार है ।
गिरोह के सरगना इरफान ने बताया कि गिरोह के सदस्य रवि जाटव अनीस अहमद दीपांशु दिल्ली एनसीआर पश्चिमी यूपी का उत्तराखंड में वाहनों की चोरी करते हैं जिस गाड़ी को चोरी करना होता है उसका हूटर, अथवा सायरन व जीपीएस को अवनीश अहमद डीएक्टिवेट करता था रवि जाटव ड्रिल मशीन की मदद से पिछला दरवाजा खोलता है फिर इरफान इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की मदद से गाड़ी के अंदर बैठकर चाबी तैयार करता है डिवाइस के माध्यम से
गाड़ी में चाबी की प्रोसेसिंग तैयार करता है ।
नजब खान ने अर्जित की अकूत संपत्ति
ठाकुरद्वारा निवासी नजब खान चोरी के वाहनों का बड़ा सौदागर है गली चुराने के तत्काल बाद वाहन चोर नजर खाने से संपर्क करते हुए चोरी के प्रत्येक गाड़ी गोदाम तक पहुंचाने की एवज में चालक को 2हजार देता है । चोरी की एक गाड़ी महज 50हजार रुपए में चोर नजब के हाथ बेच देते हैं । नजव खान ने बताया कि गोदाम पर पहुंचने के महज 20 से 25 मिनट के भीतर पूरी गाड़ी काट दी जाती है ।
बताते चलें कि कई वर्ष पूर्व रतूपुरा रोड स्थित मंडी समिति के निकट पंजाब हरियाणा दिल्ली की पुलिस ने छापा मार कर वीआईपी नंबरों की 80 गाड़ियों की चेसिस कलपुर्जे बरामद किए थे और 1 महीने तक पुलिस दुकान पर डेरा डाले थी । न्यायालय में समर्पण के बाद कुछ दिन तक दुकान बंद लेकिन उसने दूसरे स्थानों पर अपना ठिकाना बना कर सरोवर शुरू कर दिया । बताया जाता है कि अपने रिश्तेदारों के माध्यम से एक कारोबार और दिन दुगना रात चौगुना बढ़ गया । क्राइम ब्रांच का कहना है कि संपत्ति की जांच की जा रही है