छतरपुर। शादी के आस लगाए एक युवक को गिरोह ने ऐसे जाल में जकड़ा कि उसे लाखों रुपए की कीमत चुकानी पड़ी। 15 दिनों तक अपने कथित पति के साथ रहने के बाद मौका पाकर डेढ़ लाख रुपए नगद, सोने के जेवरात और 13 हजार रुपए की कीमत का मोबाइल लेकर लुटेरी दुल्हन एक साथी के साथ फरार हो गई। लूट के शिकायत युवक ने एसपी को आवेदन देकर गिरोह का पर्दाफाश करने की गुहार लगाई है। राऊनगर थाना अंतर्गत ग्राम दलपतपुरा के रहने वाले सोहनलाल पुत्र संतू अहिरवार ने शिकायत में बताया कि राजनगर बस स्टेंड में बमीठा निवासी हरदास अहिरवार मिला और शादी का झांसा दिया। बात तय कराने के बदले हरदास ने सोहनलाल से दस हजार रुपए लिए थे। दस जनवरी 2022 को हरदास रीवा के जेपी नहर हुजूर निवासी दिनेश पुत्र रामकुमार साकेत के साथ उसके घर आया और लड़की को फोटो दिखाकर सतना चलने की बात कही। वहीं पर शादी करोन की भी बात कही। सतना में पुष्पादेवी नाम की लड़की से मंदिर में शादी कराई। सोहनलाल पुष्पा को लेकर घर आ गया। एक माह बाद पुष्पा ने नए जेवर और मोबाइल की जिद की। पत्नी की जिद के कारण सोहन ने पिता से डेढ़ लाख रुपए कर्ज लिए और घर में रख दिए। दस फरवरी को दिनेश साकेत चार पहिया वाहन क्रमांक एमपी 17 सीए 0162 से उसके घर आया। सोहन पत्नी के कथित भाई के लिए नाश्तता लेने चला गया तभी मौका पाकर पुष्पा दिनेश के साथ चार पहिया वाहन से नकदी, जेवर और नया मोबाइल लेकर भाग गई। दलपतपुरा निवासी सोहनलाल ने बताया कि उसके घर में मिले पुष्पा के आधार कार्ड से पता चला पुष्पा महोबा जिले के ग्राम चुरारी सतारी की रहने वाली है। उसके पिता का नाम प्यारेलाल अहिरवार है। सोहन पुष्पा के पुश्तैनी गांव गया जहां ग्रामीणों ने बताया कि करीब पांच साल पहले पुष्पा किसी अशोक श्रीवास नाम के युवक के साथ गांव से भाग गई थी। शादी के दौरान सोहन को बताया कि पुष्पा के माता-पिता नहीं हैं। जबकि उसके माता-पिता गांव में जीवित हैं। कुंवारों को लूटने के लिए जो गिरोह काम कर रहा है। उसमें दिनेश साकेत, अशोक श्रीवास, पुष्पा अहिरवार तथा बमीटा निवासी हरदास अहिरवार शामिल हैं।