देहरादून। अब आधार कार्ड और मार्कशीट जैसे दस्तावेजों से भी आयुष्मान योजना के गोल्डन कार्ड बन सकेंगे। स्टेट हेल्थ एजेंसी ने प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेजा है। जल्द निर्णय की उम्मीद है। राज्य में आयुष्मान योजना के तहत हर परिवार को पांच लाख रुपये तक का निशुल्क इलाज दिया जा रहा है। लेकिन राज्य में बड़ी संख्या में ऐसे परिवार हैं, जिनके आयुष्मान की शर्तों के कारण गोल्डन कार्ड नहीं बन रहा है। इस परेशानी को दूर करने के लिए सरकार ने अब योजना की शर्तों में बदलाव किया जायेगा। आयुष्मान योजना से जुड़ने के लिए अभी नाम एनएफएसए 2015-16 की सूची, एमएसबीवाई की पात्रता सूची, 2011 की सामाजिक आर्थिक गणना या मतदाता सूची में से किसी एक में होना चाहिए। इस परेशानी को देखते हुए स्टेट हेल्थ एजेंसी ने अब एक तो एनएफएसए की ताजा सूची सरकार से मांगी है। इसके अलावा लोगों को आधार कार्ड और मार्कशीट जैसे दस्तावेजों के आधार पर भी गोल्डन कार्ड देने का प्रस्ताव तैयार किया है। आयुष्मान के तहत कुल 70 लाख के करीब कार्ड बनने हैं, जिसमें से 40 लाख कार्ड बन चुके हैं। 30 लाख के करीब लोगों के कार्ड बनने हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कई क्षेत्रों से गोल्डन कार्ड बनाने में परेशानियों की शिकायत मिली थी। इन परेशानियों को दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि राज्य के हर नागरिक का गोल्डन कार्ड बन जाए। यदि कोई राज्य का नागरिक है तो उसे योजना के तहत निशुल्क इलाज दिया जाएगा।