आज नवरात्रि के दूसरे दिन नगर के विभिन्न देवी मंदिरो समेत घरों मे मां के द्वितीय स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा- अर्चना की गई। मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से व्यक्ति को सदैव विजय प्राप्त होती है। माता की भक्ति से व्यक्ति में तप की शक्ति, त्याग, सदाचार, संयम और वैराग्य जैसे अनेको गुणों में वृद्धि होती है।
इस दिन सुबह उठकर जल्दी स्नान कर पूजा के स्थान पर गंगाजल डालकर शुद्धि कर लें। मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। मां दुर्गा का गंगा जल से अभिषेक कर
मां को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित करें, प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाकर धूप और दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें और फिर मां की आरती कर भोग लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है। मां प्रसन्न होकर सबकी मनोकामनाएं पूरी करती है।